सदाबहार की चाय कैसे बनाएं? जानें और सुबह खाली पेट पीकर पाएं ये 4 फायदे
सदाबहार की चाय के बारे में आपने सुना है? तो, बता दें कि आयुर्वेद में सदाबहार को कई समस्याओं का इलाज माना गया है। डायबिटीज में तो इसे पीना शुगर को मैनेज करने का शानदार तरीका है। लेकिन, इसके अलावा भी सदाबहार की चाय सेहत के लिहाज से कई प्रकार से फायदेमंद है। ये पहले तो आपके शरीर में तमाम मेटाबोलिक गतिविधियों को तेज करता है और दूसरा ये मानसिक समस्याओं में कमी लाता है। इस प्रकार सेहत के लिए ये कई तरीके से कारगर है। जानते हैं इस बारे में विस्तार से। पहले जान लेते हैं सदाबहार की चाय कैसे बनाते हैं?
सदाबहार की चाय कैसे बनाते हैं-Sadabahar ki chai kaise banti hai?
सदाबहार पौधे की 3-4 पत्तियों और दो फूल लें। इसे पानी में पकाएं और इसे छान लें। फिर इसमें थोड़ा सा नींबू, नमक और शहद मिलाएं। उसके बाद इसका सेवन करें।
सदाबहार की चाय पीने के फायदे-Sadabahar ki chai ke fayde
1. सांस जुड़ी समस्याओं में फायदेमंद
सदाबहार कफ से जुड़ी बीमारियों का आयुर्वेदिक उपाय है। इस फूल में पाया जाने वाला बायोएक्टिव गुण अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, सीओपीडी, खांसी और ठंड के लक्षणों जैसे श्वसन संबंधी विकारों के इलाज में मददगार है। यह श्वसन पथ से जमा बलगम को हटाने में भी मदद करता है और गले में खराश, खांसी और जमाव से राहत देता है।
2. हाई बीपी में पिएं सदाबहार की चाय
सदाबहार एक प्राकृतिक एंटीहाइपरटेंसिव एजेंट के रूप में कार्य करता है जो बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को सामान्य करता है और इसे नियंत्रण में रखता है। ये दिल के काम काज में सुधार करके, कार्डियोवैस्कुलर सहनशक्ति को बढ़ाता है जो ब्लड प्रेशर को स्थिर करता है। इसके अलावा सदाबहार कार्डियो-टॉनिक भी है जो कि दिल को प्रभावी ढंग से काम करने में मदद करता है।
3. संज्ञानात्मक कार्यप्रणाली में सुधार करता है
सदाबहार मस्तिष्क के कामकाज को बढ़ाने के लिए एक शक्तिशाली पारंपरिक उपाय है। इसमें मौजूद शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट और फ्लेवोनोइड्स किसी व्यक्ति की याददाश्त क्षमता, एकाग्रता, शांति, ध्यान और सतर्कता में सुधार करते हैं। इसके अलावा इस चाय को पीना ब्रेन टॉनिक के जैसा है जो कि संज्ञानात्मक क्षमताओं में सुधार करता है।