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दिल्ली-NCR में ठंड की इस बार ऐसी पड़ी मार, आधे से ज्यादा घर में कोई न कोई बीमार- सर्वे में खुलासा

नई दिल्ली. इस साल जनवरी में पड़ी कड़ाके की ठंड और हवा की खराब गुणवत्ता के कारण दिल्ली सहित नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और गाजियाबाद जैसे एनसीआर के शहरों में 53% परिवारों में कम से कम एक या एक से अधिक सदस्य वायरल बुखार या सांस से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित हैं. लोकल सर्कल्स के एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है.

इस सर्वेक्षण में दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद के निवासियों से 24,000 से अधिक प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुईं. इन सर्वे में कुल 64% उत्तरदाता पुरुष थे, जबकि 36% उत्तरदाता महिलाएं थीं.

सवालों के जवाब
कोरोना वायरस महामारी के तीन साल के अनुभव के बाद खांसी, सर्दी, बुखार और सांस से जुड़ी समस्याएं अधिकांश लोगों के लिए खतरनाक हो सकते हैं, क्योंकि कोविड के लक्षण भी इससे मिलते-जुलते हैं. ऐसे में इस सर्वे में पहला सवाल वायरल बीमारी की व्यापकता को लेकर था.

जब उनसे घर में किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में पूछा गया, जिन्हें बुखार, नाक बहना, खांसी, सिरदर्द, शरीर में दर्द, सांस की समस्या जैसे फ्लू/वायरल बुखार के एक या एक से अधिक लक्षण दिखे, तो 12000 से अधिक लोगों ने 53 फीसदी परिवारों ने बताया कि उनके परिवार के एक या अधिक सदस्य फ्लू/वायरल बुखार के लक्षणों से पीड़ित हैं. वहीं 15% लोगों ने बताया कि उनके परिवार में चार या अधिक व्यक्ति बीमार हैं; जबित 23% लोगों के परिवार में 2-3 लोगों के अस्वस्थ होने की जानकारी दी.

हालांकि इसका सर्वेक्षण का एक सकारात्मक पहलू यह निकलकर आया कि 47% लोगों ने बताया कि उनके परिवार में कोई भी अस्वस्थ नहीं है.

गर्म पेय पदार्थ
दिल्ली-एनसीआर के लोगों ने इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए जो सबसे ज्यादा कदम उठाया, वह था पेरासिटामोल के साथ घर का बना पेय और चाय जैसे गर्म तरल पदार्थ पीना.

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इस सर्वेक्षण में दवा या इलाज के बारे में पूछे जाने पर 12,000 से अधिक प्रतिक्रियाएँ प्राप्त हुईं, जिनमें से कुछ ने एक से अधिक विकल्पों की ओर इशारा किया, क्योंकि वे कई काम कर रहे थे. कम से कम 57% लोगों ने संकेत दिया कि वे चाय या जड़ी-बूटियों और मसालों से बना गर्म पेय पदार्थ लेने जैसे घरेलू नुस्खों पर भरोसा जताया; जबकि 43% ने पैरासिटामोल लेने की बात कही; 29% सर्दी और जकड़न के लिए बाम लगाने, 29% एंटी-एलर्जिक दवा लेने तथा 29% लोगों ने खांसी की दवाई लेने की बात बताई. इनमें से 14% लोगों ने होम्योपैथिक दवा तथा 14% लोगों ने आयुर्वेदिक दवाओं पर भरोसा जताया.

वैकल्पिक दवाओं और पैरासिटामोल के अलावा, 29% लोगों ने संकेत दिया कि वे सर्दी, खांसी, बुखार के साथ शरीर में दर्द और सिरदर्द के इलाज के लिए एंटीबायोटिक्स ले रहे हैं.

बता दें कि लोकलसर्किल्स एक कम्युनिटी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है, जो आम लोगों और छोटे कारोबारियों को अपनी बात रखने का मंच प्रदान करके सरकार को ऐसी नीतियां बनाने में सक्षम बनाता है जो नागरिक और छोटे व्यवसाय पर केंद्रित हों.