महामारी से निपटने में युद्धस्तर पर जुटा ट्रंप प्रशासन, डिफेंस प्रोडक्शन एक्ट किया लागू
वाशिंगटन। अमेरिका में कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए ट्रंप प्रशासन युद्धस्तर पर जुट गया है। प्रशासन इस खतरनाक वायरस के प्रकोप पर अंकुश लगाने के प्रयास तेज करने के साथ ही नागरिकों और कारोबारियों के लिए भारी भरकम धनराशि की व्यवस्था भी करने में जुट गया है।
संसद से करदाताओं को सीधे भुगतान करने के लिए 500 अरब डॉलर (करीब 37 लाख करोड़ रुपये) को स्वीकृति देने की मांग की गई है। इतनी ही राशि उद्योगों को लोन देने के लिए मांगी गई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को युद्धकाल के कानून डिफेंस प्रोडक्शन एक्ट को लागू करने के साथ ही यह एलान किया कि वह रोगियों के उपचार के लिए दो मिलेट्री हॉस्पिटल शिप न्यूयॉर्क और कैलिफोर्निया भेजेंगे।
शुरू में प्रकोप को ज्यादा महत्व नहीं देने वाले ट्रंप ने कहा, ‘मैं खुद को इस समय युद्धकाल जैसा राष्ट्रपति महसूस कर रहा हूं और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिकियों द्वारा किए गए प्रयासों की यादें ताजा हो रही हैं। अब यह हमारा दौर है। हमें एकजुट होकर त्याग करने की जरूरत है, क्योंकि हम एक हैं। यह नहीं दिखने वाला दुश्मन है।’
राष्ट्रपति ट्रंप ने बुधवार को अरबों डॉलर के एक बिल पर हस्ताक्षर कर दिया। यह बिल संसद से पारित होकर ट्रंप के पास आया था। इसमें बेरोजगारी बीमा, खाद्य मदद और उपचार के लिए संघीय सहायता की बात की गई है। फेमिली फर्स्ट कोरोना वायरस रेस्पांस एक्ट नामक बिल में प्रभावित कर्मचारियों के लिए वेतन समेत अवकाश और मुक्त जांच की भी व्यवस्था की गई है।
अमेरिका की नौसेना ने नौसैनिकों के लिए बाल की लंबाई को लेकर सख्त नियमों में थोड़ी ढील दी है। इस कदम से नौसैनिक लंबे बाल रख सकेंगे। नौसेना ने बुधवार को एलान किया कि पुरुष और महिला कमांडिंग अधिकारियों को अस्थायी तौर पर बाल की लंबाई के मामले में अस्थायी ढील दी जा रही है। इससे कोरोना वायरस से बचाव में मदद मिल सकती है। नौसेना के नियमों के अनुसार, पुरुष चार इंच से ज्यादा लंबे बाल नहीं रख सकते हैं। महिलाओं के बाल गर्दन के नीचे नहीं रहना चाहिए।