Coronavirus: बचाव को यदि पाकिस्तान में बंद किया गया सब कुछ तो भूखे मरेंगे लोग : इमरान खान
नई दिल्ली। दुनिया के 159 देशों को अपनी चपेट में लेने वाला कोरोना वायरस पाकिस्तान में धीरे-धीरे पांव पसार रहा है। यहां पर अब तक 237 मामले सामने आने की पुष्टि हो चुकी है। पाकिस्तान के अखबार डॉन के मुताबिक इसका सबसे अधिक प्रकोप सिंध प्रांत में दिखाई दे रहा है जहां इसके 172 मामले सामने आए हैं। इसके अलावा पंजाब में 26, बलूचिस्तान में 16, खैबर पख्तूंख्वां में 16, गुलाम कश्मीर में 5 मामले सामने आए हैं। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के मन में भी अब इसका बढ़ता प्रकोप चिंता का सबब दिखाई दे रहा है। इसलिए ही मंगलवार रात को उन्होंने टीवी पर आकर लोगों को संबोधित किया और उनसे न घबराने की अपील भी की।
हालांकि जब कोरोना वायरस के प्रकोप से बचाने और इसकी तैयारियोंं को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सार्क देशों को एकजुट किया था उस वक्त वो इसमें शामिल नहीं हुए थे। उस वक्त इसके लिए उन्होंने अपने विशेष सलाहकार और स्वास्थ्य मामलों के राज्यमंंत्री जफर मिर्जा को भेज दिया था। बहरहाल, अब उन्हें इस वायरस के बढ़ने की आहट जरूर सुनाई दे रही है।
डॉन के मुताबिक टीवी पर अपने संबोधन में उन्होंने साफतौर पर कहा कि पाकिस्तान में हर चीज दूसरे देशों की तरह बंद नहीं की जा सकती हैं, क्योंकि पाकिस्तान बेहद गरीब देश है। यदि ऐसा किया गया तो जो आर्थिक हालात पहले से ही बेहद खराब है वो बुरी तरह से बेकाबू हो जाएंगे। इसका सीधा सा अर्थ है कि पाकिस्तान में सिनेमाहाल, बाजार, शॉपिंग मॉल, स्कूल, कॉलेज या अन्य दूसरी ऐसी जगह जहां पर भीड़ होने से इस वायरस के फैलने का सबसे अधिक खतरा है वो बंद नहीं किए जाएंगे। उन्होंने ये भी कहा कि यदि ऐसा किया तो यहां के लोग भूखे मर जाएंगे।हालांकि, सिंध ने इस पर पहले ही इमरान खान के बयान के उलट फैसला लेते हुए अपने यहां पर इन चीजों को पूरी तरह से बंद कर दिया है।
इमरान खान ने लोगों से अपील की है कि वो खुद को बचाने के लिए सभी सुरक्षा उपाय करें। इसके लिए उन्होंने धर्म गुरुओं से भी मदद मांगी है। उन्होंने कहा कि ये बेहद मुश्किल घड़ी है। ऐसे में धर्म गुरू लोगों के पास जाकर उन्हें इस वायरस से बचाव के तरीकों की जानकारी दें। पीएम इमरान खान ने कोरोना वायरस के मद्देनजर एक इकनॉमिक कमेटी का भी गठन किया है। ये कमेटी सुनिश्चित करेगी कि ऐसे खराब हालातों में कोई जरूरी चीजों की जमाखोरी न कर सके। यदि किसी को ऐसा करता पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि कुछ लोग अपने निजी हितों के लिए ऐसा कर सकते हैं। लिहाजा उन्होंने ऐसे लोगों को चेतावनी भी दी है। आपको बता दें कि देश का व्यापारिक हब कहे जाने वाले कराची में 38 लोगों को जरूरी चीजों की जमाखोरी करने जुर्म में अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है।