Coronavirus: कोरोना वायरस से बचने के लिए सऊदी अरब में मस्जिदों में नमाज पर रोक
रियाद। सऊदी अरब ने मंगलवार को एलान किया कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए मस्जिदों में प्रतिदिन पांच वक्त की नमाज के लिए आने वाले लोगों पर पाबंदी लगा दी गई है। इसके साथ ही मस्जिदों में जुमे (शुक्रवार) की नमाज के लिए भी लोग नहीं आ सकेंगे।
केवल मक्का और मदीना में नमाज अदा करने की अनुमति
एक असाधारण कदम के तहत सऊदी अरब ने केवल मक्का और मदीना में नमाज अदा किए जाने की अनुमति दी है। सऊदी अरब की सबसे बड़ी धार्मिक संस्था उलमा परिषद के फैसले के आधार पर ये एलान किए गए हैं। सरकारी समाचार एजेंसी एसपीए के मुताबिक नमाज अदा करने के लिए मस्जिदों के दरवाजे अस्थायी रूप से बंद किए गए हैं। हालांकि इनसे नमाज के बारे में सूचनाएं पहले की तरह जारी की जाती रहेंगी, जिनके आधार पर लोग मस्जिदों में आने के बजाय अपने घरों में नमाज अदा कर सकते हैं।
सऊदी अरब ने कोरोना की रोकथाम के लिए कई अहम कदम उठाए हैं, जिनमें साल भर चलने वाली उमरा यात्रा और सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रोकने के साथ-साथ स्कूल और ज्यादातर सरकारी संस्थान बंद करना शामिल है।
मंत्रिपरिषद की नियमित बैठकें स्थगित
सऊदी शासन ने स्वास्थ्य, सेना और सुरक्षा को छोड़कर सभी सरकारी कर्मियों के कामकाज को भी रोक दिया है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक मंत्रिपरिषद ने मौजूदा और अगले हफ्ते के लिए अपनी नियमित बैठकों को भी स्थगित कर दिया है।
ईरान में 250 से ज्यादा भारतीयों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। हालांकि, विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि नहीं की है। जबकि, देश में 140 लोग संक्रमित हैं। इनमें 24 विदेशी और इस वायरस से जान गंवाने वाले तीन लोग शामिल हैं। इस खतरनाक वायरस से देश में तीसरी मौत हुई है। 15 राज्य इसकी चपेट में आ गए हैं। 54,000 लोगों को निगरानी में रखा गया है। इसके प्रसार को रोकने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। मंदिर, स्मारक, माल, बाजार को बंद करने जैसे कई एहतियाती कदम भी उठाए गए हैं। ईरान में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए ज्यादातर भारतीयों में तीर्थयात्री शामिल हैं। भारत सरकार ने ईरान से इन सभी के लिए एक अलग क्वारंटाइन सेंटर देने को कहा है। ईरान के विभिन्न प्रांतों में लगभग छह हजार भारतीय हैं, जिनमें लद्दाख, जम्मू-कश्मीर और महाराष्ट्र से गए लगभग 1100 तीर्थयात्री शामिल हैं।