सुपरमार्केट खाली, ट्रंप का आश्वासन- घबराएं नहीं, अमेरिका में नहीं है खाद्य सामग्री की कमी
वाशिंगटन। कोरोना वायरस को लेकर अमेरिका की जनता के बीच घबराहट के स्पष्ट संकेत वहां के सुपरमार्केट की खाली अलमारियां दे रही हैं। इसे देखते हुए देश के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जनता को आश्वासन दिया है कि घबराने और तनाव में रहने की जरूरत नहीं है, देश में खाद्य सामग्री बहुतायत मात्रा में है। बता दें कि अमेरिका के सुपरमार्केट से खाद्य सामग्री तेजी से गायब हो रहा है। यह वहां की जनता के बीच घबराहट के संकेत हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अन्य सरकारी व उद्योग के अधिकारियों ने रविवार को आश्वासन दिया कि आपूर्ति श्रृंखला बरकरार है और बहुत सारा भोजन है।
बड़े अमेरिकी सुपर मार्केट व फूड कंपनियों जैसे वालमार्ट (Walmart) और कोस्टको (Costco) के CEOs से बात करने के बाद ट्रंप ने नए कोरोना वायरस टास्क फोर्स को लेकर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘आपको अधिक खरीदने की जरूरत नहीं…शांत रहें।’
ट्रंप ने कहा, ‘हमारे पास कोई कमी नहीं है, देश में किसी को भी अधिक अनाज खरीद कर स्टोर करने की जरूरत नहीं।’ इसी प्रेस कांफ्रेंस में उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा कि ‘सप्लाई चेन’ अच्छा काम कर रहा है।
ट्रंप के आर्थिक सलाहकार (economic advisor) लैरी कुडलो (Larry Kudlow) ने पहले सीबीएस (CBS) साक्षात्कार में खाली ग्रॉसरी स्टोर के बारे में पूछे जाने पर जवाब दिया, ‘ऐसे कुछ परेशानियों के बारे में कहीं पढ़ा है मैंने, लेकिन अधिकतर सप्लाई चेन अच्छे से काम कर रहे हैं।’ प्रेस कांफ्रेंस में कुडलो से इस बात की गारंटी मांगी गई कि वे लोगों को घर बैठ खाने को बता सकते हैं इसपर उन्होंने जवाब दिया, ‘इसका जवाब मैं ‘हां’ बोलने जा रहा हूं, इसमें कुछ मामले अलग हो सकते हैं।’ उन्होंने बताया कि देश बड़ी आर्थिक चुनौती का सामना कर रहा है लेकिन अमेरिका के अधिकांश फैक्ट्री में काम जारी है।
देश के सबसे बड़े खुदरा विक्रेताओं, डेयरी किसानों और मीट उत्पादकों ने पुष्टि किया कि फूड सप्लाई चेन सही सलामत बरकरार है। नॉर्थ अमेरिकन मीट इंस्टीट्यूट (North American Meat Institute) के चीफ एक्जीक्यूटीव जूली एन्ना पोट्स (Julie Anna Potts) के हवाले से टाइम्स ने कहा, ‘देश में काफी खाद्य सामग्री है।’ कॉस्टको के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, रॉन वाक्रिस (Ron Vachris) ने अखबार से बताया, ‘सामानों का आयात-निर्यात मजबूत है।’