Nigeria 26 people kidnapped including Pastor and Bride: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों का असर नाइजीरिया पर अब भी होता नहीं दिख रहा है. इस पश्चिमी अफ्रीकी देश में अपहरण की एक ताजा लहर चल पड़ी है. हाल ही में सशस्त्र समूहों ने दो अलग-अलग घटनाओं में 26 लोगों का अपहरण किया है, जिनमें एक पादरी और एक दुल्हन भी शामिल हैं. केंद्रीय नाइजीरिया के कोगी राज्य में, एक आपराधिक गिरोह ने रविवार को एजिबा क्षेत्र के एक दूरदराज चर्च पर धावा बोला और पादरी और 11 अन्य को बंधक बना लिया. वहीं इससे एक दिन पहले, उत्तर-पूर्व स्थित सोकोटो राज्य में, एक दुल्हन और उसकी 10 सहेलियों सहित 14 लोगों को चाचो गांव पर हुए रात के हमले के दौरान अगवा कर लिया गया.
हाल के हफ्तों में नाइजीरिया में सामूहिक अपहरण की घटनाओं में तेजी आई है, जहां सशस्त्र समूह फिरौती के लिए सैकड़ों लोगों को अगवा कर रहे हैं. देश अब भी जिहादी गुटों और बैंडिट्स कहे जाने वाले आपराधिक गिरोहों के दोहरे खतरे से जूझ रहा है. बढ़ती अस्थिरता ने सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है, खासकर तब जब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कट्टरपंथी इस्लामी समूहों द्वारा ईसाइयों की कथित हत्या को लेकर सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी. इस बढ़ते संकट के बीच, राष्ट्रपति बोला टीनूबू ने बुधवार को राष्ट्रव्यापी आपातकाल की घोषणा की. राष्ट्रपति टीनूबू ने अमेरिकी राष्ट्रपति को हमले के लिए आमंत्रित भी किया था, बस एक शर्त के साथ कि नाजीरिया की संप्रभुता बनी रहे.
सूचना आयुक्त ने कंफर्म किया अपहरण
कोगी राज्य के सूचना आयुक्त किंग्सली फेमी फनवो ने रविवार के चर्च हमले के लिए बैंडिट्स को जिम्मेदार ठहराया और दूर-दराज के पूजा स्थलों से अपील की कि वे स्थिति सुधरने तक अपराध की अधिकता वाले क्षेत्रों में पूजा करने पर पुनर्विचार करें. मीडिया से बात करते हुए फनवो ने कहा- बंदियों को छुड़ाने के लिए पुलिस का हेलिकॉप्टर जमीन और हवा से अभियान में शामिल हो गया है. 12 लोग लापता हैं, हालांकि कुछ और लोगों की तलाश जारी है. वहीं चाचो में हुए अलग हमले में, एक बच्चा, उसकी मां और एक अन्य महिला 14 अगवा लोगों में शामिल थीं.
फिरौती के लिए अपहरण
नाइजीरिया में अपहरण की घटनाएं तब ज्यादा बढ़ने लगीं जब उग्रवादी समूह बोको हराम ने उत्तर-पूर्व स्थित चिबोक में 276 स्कूली लड़कियों का अपहरण किया, जिसने पूरे विश्व में आक्रोश पैदा कर दिया था. कट्टरपंथी उग्रवादियों के अलावा, बैंडिट गिरोह भी उत्तर-पश्चिम और मध्य नाइजीरिया के बड़े हिस्सों में हिंसा फैला रहे हैं. वे गांवों पर हमला करते हैं, लोगों की हत्या करते हैं, घरों को लूटकर जला देते हैं और फिरौती के लिए लोगों का अपहरण करते हैं.
समझौते अन्य इलाकों में बढ़ाते हैं अपहरण की आशंका
चाचो गांव पर अक्टूबर में भी बंदिट्स ने हमला किया था और 13 लोगों को अगवा कर लिया था. उस समय लोगों को रिहाई के लिए फिरौती की रकम देनी पड़ी थी. पड़ोसी राज्यों ने भी बैंडिट्स के साथ समझौता किया है, ताकि वे अपनी गतिविधियां रोक दें. यही नवंबर में अपहरणों में वृद्धि का एक कारण हो सकते हैं. सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे समझौते गिरोहों को उनके ठिकानों में मजबूत होने देते हैं, जबकि वे दूसरे इलाकों में हमले जारी रखते हैं. वे ऐसे क्षेत्रों में पहुंच सकते हैं जहां सैन्य दबाव कम है. यह बदलाव सोकोटो जैसे इलाकों में सामूहिक अपहरण बढ़ने और फिरौती के लिए अपहरणों में तेजी का कारण बन सकता है.
ट्रंप के आरोपों को नाइजीरिया ने किया खारिज
230 मिलियन की आबादी वाला यह धार्मिक रूप से मिक्स्ड देश लंबे समय से चल रहे संघर्षों का केंद्र रहा है, जिसमें ईसाई और मुस्लिम दोनों समुदायों के लोग अक्सर बिना कारण के मारे जाते रहे हैं. वहीं बढ़ते अपहरण और हमलों के बाद, ट्रंप ने नवंबर की शुरुआत में नाइजीरिया को सैन्य कार्रवाई की धमकी दी, यह दावा करते हुए कि नाइजीरियाई ईसाई उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं. नाइजीरिया ने इस दावे को खारिज कर दिया है और जोर देकर कहा कि देश में जारी विभिन्न सुरक्षा संकटों में अधिक मुस्लिमों की मौत हुई है.
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