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डोनाल्ड ट्रंप का 28 सूत्रीय यूक्रेन पीस प्लान, क्या योजना से आएगी शांति? रूस की तो हो जाएगी बल्ले-बल्ले


Donald Trump Ukraine Peace Plan:अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दुनिया भर में युद्ध रुकवाने के अपने दावे में एक और इजाफा करने की कोशिश कर रहे हैं. अब वे रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को शांति में बदलने में पूरी तरह से जुट गए हैं. रूस और अमेरिका के बीच चल रही बैकडोर बातचीत अब सतह पर आने लगी है. अमेरिकी सैन्य सचिव डैन ड्रिस्कॉल समेत उच्च-पदस्थ कई सैन्य अधिकारी शांति वार्ता में मदद के लिए यूक्रेन पहुंचे हैं. अमेरिका के एक अधिकारी ने बताया कि ड्रिस्कॉल लंबे समय से यूक्रेन की ड्रोन युद्ध तकनीक और रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए इस यात्रा की योजना बना रहे थे. लेकिन बदली हुई परिस्थिति में पिछले सप्ताह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें यूक्रेन के लिए विशेष प्रतिनिधि के रूप में नामित किया ताकि शांति वार्ता को बहाल किया जा सके. हालात का आकलन करने के लिए ड्रिस्कॉल यूक्रेन में राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात करेंगे, जो फिलहाल देश से बाहर बताए जा रहे हैं.

अमेरिका ने इस शांति योजना को आगे बढ़ाने के लिए एक योजना के साथ तैयार है. बुधवार को न्यूज एजेंसियों की तरफ से जारी की गई योजना में अमेरिका और रूस के बीच चर्चा में चल रही एक शांति योजना के तहत यूक्रेन को अपना कुछ क्षेत्र छोड़ना पड़ सकता है. उसे कुछ हथियारों को त्यागना पड़ सकता है और अपनी सेना के आकार में कमी करनी पड़ सकती है. सूत्रों के मुताबिक, वॉशिंगटन चाहता है कि कीव इस प्रारूप के मुख्य बिंदुओं को स्वीकार करे, जिसे तैयार करने में यूक्रेन शामिल नहीं था.

फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह योजना रूस की तरफ से किरिल दिमित्रिएव ने तैयार किया है. उन्होंने ट्रंप के मित्र और गाजा शांति योजना तैयार करने वाले स्टीव विटकाफ से कई मुलाकातों के बाद इसे तैयार किया है. इन प्रस्तावों में सैनिकों की संख्या घटाना और पूर्वी यूक्रेन के कुछ हिस्सों को रूस को सौंपना शामिल है. ऐसे समय में जब रूसी बल युद्धक्षेत्र में बढ़त बना रहे हैं और यूक्रेन भ्रष्टाचार घोटाले से जूझ रहा है, जिसके चलते उसने ऊर्जा और न्याय मंत्रियों को बर्खास्त किया.

ट्रंप ने पेश की है 28 पॉइंट प्लान

इस योजना को इस हफ्ते ट्रंप के यूक्रेन के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ द्वारा कीव को सौंपा गया. यह ट्रंप प्लान कुल 28-सूत्रीय यूक्रेन शांति योजना है. विटकॉफ ने हाल ही में यूक्रेन के राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा परिषद के मौजूदा सचिव तथा पूर्व रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव से मियामी में मुलाकात की थी. अधिकारियों ने बताया कि विटकॉफ ने यह स्पष्ट कर दिया कि वे चाहते हैं कि जेलेंस्की इन शर्तों को स्वीकार करें, भले ही इनमें कुछ बिंदु ऐसे हैं जो कीव के लिए रेड लाइन माने जाते हैं.

  • यूक्रेन द्वारा पूर्वी डोनबास छोड़ने और अपनी सशस्त्र सेना का आकार आधा करने के साथ-साथ योजना में यह भी शामिल है कि यूक्रेन हथियारों की कई प्रमुख श्रेणियों को छोड़ दे. इसके तहत अमेरिका की सैन्य सहायता में भी कमी आएगी, जिस पर रूस से लड़ने के लिए कीव काफी हद तक निर्भर रहा है.
  • यूक्रेन की धरती पर किसी भी विदेशी सैनिक को तैनात नहीं किया जा सकेगा और कीव को पश्चिमी देशों से लंबी दूरी के ऐसे हथियार नहीं मिलेंगे, जो रूस के भीतर गहराई तक मार कर सकें.
  • यूक्रेन रूसी भाषा को एक आधिकारिक राज्य भाषा के रूप में मान्यता दे और रूसी ऑर्थोडॉक्स चर्च की स्थानीय शाखा को आधिकारिक दर्जा प्रदान करे.

क्षेत्रीय रियायतें

  • एक अलग Axios रिपोर्ट के अनुसार, प्रस्ताव के तहत अमेरिका और अन्य देश क्रीमिया और डोनबास को कानूनी रूप से रूस का हिस्सा मान सकते हैं, हालांकि यूक्रेन से ऐसा करने की मांग नहीं की जाएगी. क्रीमिया 2014 से संघर्ष का केंद्र रहा है, जब रूस ने इसे सैन्य कब्जे के दौरान कराए गए जनमत संग्रह के बाद अपने में मिला लिया था.
  • ट्रंप की 28-सूत्रीय योजना के अनुसार, रूस को लुहान्स्क और दोनेत्स्क, यानी संयुक्त रूप से डोनबास पर पूर्ण वास्तविक नियंत्रण मिल जाएगा, इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर के अनुसार भले ही यूक्रेन अभी भी लगभग 14.5% क्षेत्र पर नियंत्रण रखता है. 
  • डोनबास के वे क्षेत्र, जहाँ से यूक्रेन पीछे हटेगा, एक डिमिलिटराइज्ड जोन बन जाएंगे, जहाँ रूस सैनिक नहीं तैनात कर सकेगा, भले ही उसका नियंत्रण बना रहेगा. 
  • दक्षिणी खेरसॉन और जापोरिज्झिया क्षेत्रों में बातचीत के आधार पर रूस कुछ भूभाग वापस कर सकता है. फिलहाल योजना वर्तमान नियंत्रण रेखाओं को लगभग स्थिर करने का प्रस्ताव रखती है.

यूक्रेन की प्रतिक्रिया क्या है?

वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इस योजना पर बात करने के लिए अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रुसतेम उमेरोव को नियुक्त किया था. उनकी मुलाकात डैन ड्रिस्कॉल से हुई है, हालांकि यूक्रेन को इस योजना के कुछ मुद्दों पर आपत्ति है और उसने कड़ा विरोध दर्ज कराया है. उसने अभी तक इस योजना का कोई ड्राफ्ट मिलने से भी इनकार किया है. फाइनेंशियल टाइम्स  के अनुसार कीव के अधिकारियों ने कहा कि यह योजना क्रेमलिन की “अधिकतम मांगों” जैसी है. जब तक इसमें बड़ा बदलाव नहीं होता, यह यूक्रेन के लिए “किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं होगी. वहीं एक अधिकारी ने कहा कि अमेरिका मास्को पर दबाव डाल रहा है कि वह अपनी वास्तविक अपेक्षाओं को स्पष्ट रूप से बताए, ताकि बातचीत वास्तव में शुरू हो सके.”

अमेरिका लगातार यूक्रेन की सुरक्षा के लिए हर तरह की सहायता कर रहा है. हाल ही में वॉशिंगटन ने “लगभग 105 मिलियन डॉलर मूल्य के पैट्रियट एयर-डिफेंस सिस्टम के समर्थन पैकेज” की बिक्री को मंजूरी दी है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने बुधवार को तुर्की में बोलते हुए सीधे तौर पर प्रस्तावित योजना का उल्लेख नहीं किया, लेकिन कहा कि युद्ध समाप्त करने के लिए यूक्रेन को मजबूत अमेरिकी नेतृत्व की आवश्यकता है. के साथ समन्वय में काम करें, और अमेरिकी नेतृत्व प्रभावी और मजबूत बना रहे. उन्होंने कहा कि केवल संयुक्त राज्य अमेरिका और डोनाल्ड ट्रंप “के पास इस युद्ध को समाप्त करने के लिए पर्याप्त शक्ति है.

मॉस्को ने अपनी पुरानी शर्तें दोहराईं

नई कूटनीतिक गतिविधियों की रिपोर्टों के बावजूद, रूस ने लगभग चार साल पुराने युद्ध को समाप्त करने के लिए अपनी शर्तों में नरमी नहीं दिखाई है. रॉयटर्स के अनुसार, राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन अब भी मांग कर रहे हैं कि यूक्रेन नाटो में शामिल होने का इरादा छोड़ दे और उन चार क्षेत्रों से हट जाए जिन्हें मॉस्को अपनी भूमि मानता है. रूसी सेना वर्तमान में यूक्रेन के लगभग 19% हिस्से पर नियंत्रण रखती है और धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है, साथ ही सर्दियों की तैयारी के बीच यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे पर लगातार हमले कर रही है.

क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने शांति योजना पर आई खबरों को हल्का करते हुए कहा, “इस मामले में हमारे पास ‘एंकोरेज की भावना’ से अलग कोई नई जानकारी नहीं है.” यह अगस्त में अलास्का के एंकोरेज में पुतिन और ट्रंप के बीच हुई शिखर बैठक का संदर्भ था. वहीं यूक्रेन कई बार स्पष्ट कर चुका है कि वह किसी भी प्रकार के भू-क्षेत्रीय समझौते को स्वीकार नहीं करेगा.

अमेरिका की क्या रही प्रतिक्रिया

वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने एक्स पर लिखा कि वॉशिंगटन “इस युद्ध को समाप्त करने के लिए दोनों पक्षों के इनपुट के आधार पर संभावित विचारों की एक सूची विकसित करता रहेगा.” उन्होंने कहा, “यूक्रेन जैसे जटिल और घातक युद्ध को समाप्त करने के लिए गंभीर और यथार्थवादी विचारों का व्यापक आदान-प्रदान आवश्यक है. और स्थायी शांति प्राप्त करने के लिए दोनों पक्षों को कठिन लेकिन आवश्यक रियायतों पर सहमत होना होगा.” 

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