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अगर ममदानी जीते तो रोक दूंगा फंड, ट्रंप ने न्यूयॉर्क वालों को धमकाया, मेयर चुनाव में इसको जिताने की अपील


Donald Trump on Zohran Mamdani: अमेरिका के राष्ट्रपति अपनी राजनीति में शब्दों को उसी तरह रखते हैं; जैसा वे सोचते हैं. शब्दों में कोई लाग लपेट नहीं, जो नतीजा वह चाहते हैं, उसे वैसे का वैसा ही बता देते हैं. दुनिया भर में सैंक्शन और टैरिफ थोपने के बाद घरेलू राजनीति में भी उनका यही रवैया देखने को मिल रहा है. फिलहाल अमेरिका के आम चुनाव के मिड टर्म दूर हैं, लेकिन कुछ बड़े राज्यों के चुनाव चल रहे हैं. इसमें पहला बड़ा पड़ाव अमेरिकी अर्थव्यवस्था के सबसे बड़े आधारों में से एक न्यूयॉर्क स्टेट में गवर्नर को चुना जा रहा है. लेकिन ट्रंप तो ट्रंप हैं. उन्होंने इस चुनाव में अपने ही देश के लोगों को धमकी दी है कि अगर उनके विरोधी उम्मीदवार जोहरान ममदानी जीते, तो न्यूयॉर्क को फंडिंग नहीं मिलेगी और शहर को फेडेरल फंडिंग में भी कटौती झेलनी पड़ेगी. 

ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए ममदानी पर अपने हमले जारी रखे और कहा कि अगर एक कम्युनिस्ट न्यूयॉर्क चलाएगा, तो शहर के पास सफलता का कोई मौका नहीं रहेगा. ट्रंप की पोस्ट में लिखा, “अगर कम्युनिस्ट उम्मीदवार जोहरान ममदानी न्यूयॉर्क सिटी के मेयर चुनाव में जीतते हैं, तो यह बेहद असंभव है कि मैं संघीय फंड्स दूँ, सिवाय उस न्यूनतम राशि के जो देना कानूनी रूप से अनिवार्य है…”

जून में अमेरिकी मुस्लिम नेता ममदानी के मेयर प्राइमरी जीता था और ट्रंप इसके बाद से लगातार उनके आलोचक रहे हैं. इस बार भी उन्होंने ममदानी पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने आगे लिखा, “…एक कम्युनिस्ट के रूप में, इस कभी महान रहे शहर के पास सफलता या अस्तित्व का जीरो चांस है! यह सिर्फ और बदतर हो सकता है अगर कम्युनिस्ट सत्ता में आ जाए और मैं राष्ट्रपति के तौर पर अच्छा पैसा बुरे में नहीं लगाना चाहता.” ट्रंप ने दावा किया कि अगर ममदानी न्यूयॉर्क सिटी के मेयर बने, तो शहर पूरी तरह से आर्थिक और सामाजिक तबाही का सामना करेगा.

कुओमो ही एकमात्र विकल्प है; ट्रंप

ट्रंप ने न केवल मतदाताओं से जोहरान ममदानी को वोट न देने की अपील की, बल्कि रिपब्लिकन उम्मीदवार कर्टिस सिल्वा के लिए भी ऐसा ही संदेश दिया. उन्होंने कहा कि कर्टिस को वोट देना भी एंड्रयू कुओमो के पक्ष में जाएगा. हालांकि, इस बार ट्रंप ने अनिच्छा के बावजूद एंड्रयू कुओमो का समर्थन किया. उन्होंने लिखा, “चाहे आपको एंड्रयू कुओमो व्यक्तिगत रूप से पसंद हों या नहीं, आपके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है. आपको उन्हें वोट देना ही होगा और उम्मीद करनी होगी कि वे शानदार काम करें. वह ऐसा करने में सक्षम हैं, लेकिन ममदानी नहीं!”

सीबीएस के शो “60 Minutes” पर दिए गए इंटरव्यू में भी ट्रंप ने न्यूयॉर्क सिटी की जीत के लिए कुओमो का समर्थन किया था. हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि वे “कुओमो के बहुत बड़े प्रशंसक नहीं हैं.” एंड्रयू कुओमो, 67, 2011 से 2021 तक न्यूयॉर्क के गवर्नर रहे. 2021 में उन पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था. वे जून की मेयरल प्राइमरी में ममदानी से हार गए थे, लेकिन बाद में बतौर स्वतंत्र उम्मीदवार  फिर से चुनाव में उतरे हैं.

‘ममदानी एक पूरी तरह से असफल नेता हैं’: ट्रंप

न्यूयॉर्क सिटी मेयर चुनाव से कुछ घंटे पहले किए गए अपने लंबे ट्रुथ सोशल पोस्ट में ट्रंप ने ममदानी को एक पूरी तरह से नाकाम नेता बताया. उन्होंने लिखा, “उनके सिद्धांत हजारों सालों से परखे गए हैं, लेकिन कभी सफल नहीं हुए. मैं ऐसे डेमोक्रेट को जीतते देखना पसंद करूंगा जिसका सफलता का रिकॉर्ड हो, बजाय ऐसे कम्युनिस्ट के जिसके पास अनुभव तो दूर, असफलता का ही पूरा रिकॉर्ड है.” ट्रंप ने यह भी कहा कि ममदानी के पास न्यूयॉर्क सिटी को उसकी पुरानी शान में वापस लाने का कोई मौका नहीं है.

कौन हैं जोहरान ममदानी?

जोहरान ममदानी युगांडा-इंडियन पिता-माता की संतान हैं. उनके पिता महमूद ममदानी युगांडा के लेखक, शिक्षाविद और टिप्पणीकार हैं, जबकि उनकी मां मीरा नायर मशहूर फिल्मकार हैं. न्यूयॉर्क स्टेट एसेंबली की वेबसाइट के अनुसार, जोहरान क्वामे ममदानी का जन्म और पालन-पोषण कंपाला, युगांडा में हुआ था. सात साल की उम्र में वह अपने परिवार के साथ न्यूयॉर्क सिटी आ गए. उन्होंने न्यूयॉर्क सिटी के पब्लिक स्कूल सिस्टम से पढ़ाई की, ब्रोंक्स हाई स्कूल ऑफ साइंस से शिक्षा प्राप्त की और बोडोइन कॉलेज से अफ्रीकाना स्टडीज में स्नातक की डिग्री हासिल की. कुछ साल बाद, 2018 में, वह एक प्राकृतिक रूप से नागरिकता प्राप्त कर अमेरिकी नागरिक बन गए.

जोहरान के करियर की शुरुआत कैसी रही?

जोहरान एक फोरक्लोजर प्रिवेंशन हाउसिंग काउंसलर के रूप में काम करते थे. इस भूमिका में वह क्वींस के निम्न-आय वाले रंगभेद झेलने वाले घर मालिकों की मदद करते थे ताकि वे अपने घरों से बेदखली से बच सकें. यही काम उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत का कारण बना. हर दिन ऐसे बैंकों से बातचीत करते हुए जो लोगों से ज्यादा मुनाफे को महत्व देते थे, जोहरान ने इस कठोर सच्चाई का सामना किया कि आवास संकट, कोई प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि नीतिगत चुनावों का परिणाम है. दशकों से चली आ रही कॉरपोरेट-समर्थक नीतियों ने इस स्थिति को जन्म दिया है. बदलाव की गुंजाइश हमेशा रहती है और जोहरान इसी बदलाव का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित हैं.

करियर में किन मुद्दों पर काम किया?

अपने पेशेवर अनुभव से भी अधिक, जोहरान की राजनीतिक सक्रियता की असली शुरुआत संगठन निर्माण से हुई. हाई स्कूल में, उन्होंने अपने स्कूल की पहली क्रिकेट टीम की स्थापना की, जिसने बाद में पब्लिक स्कूल एथलेटिक लीग के उद्घाटन सत्र में हिस्सा लिया. यह कदम भले ही राजनीतिक न दिखे, लेकिन इससे जोहरान ने सीखा कि कुछ समान विचारधारा वाले लोगों के साथ मिलकर विचारों को वास्तविकता में बदला जा सकता है. उन्होंने कॉलेज में स्टूडेंट्स फॉर जस्टिस इन पलेस्टाइन नामक संगठन की पहली शाखा की स्थापना की और बाद में पूरे अमेरिका में विभिन्न प्रगतिशील संगठनों के साथ काम किया. जीवन के उतार-चढ़ावों के बीच फिल्मों, रैप और लेखन जैसे रास्तों से गुजरते हुए भी संगठनात्मक काम ही वह चीज़ थी जिसने उन्हें दुनिया की घटनाओं से निराश होने के बजाय सक्रियता की ओर अग्रसर किया.

ममदानी के जीतने की संभावनाएं काफी ज्यादा हैं

यह मिलेनियल प्रगतिशील नेता, जो शहर के पहले मुस्लिम और दक्षिण एशियाई मूल के मेयर बन सकते हैं, ने अपनी जड़ों को गर्व से अपनाया है. उन्होंने एक चुनावी अभियान वीडियो पूरी तरह उर्दू में जारी किया है, जिसमें बॉलीवुड फिल्मों के क्लिप्स भी शामिल हैं. एक अन्य वीडियो में वे स्पैनिश में बोलते नजर आते हैं. उन्होंने अपने प्रचार अभियान में एक वीडियो अरबी भाषा में भी शेयर किया था. हालांकि इस चुनाव के नतीजे आने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है. हालांकि ट्रंप के इतने तीखे हमले के बावजूद ममदानी के आगे रहने की संभावना व्यक्त की जा रही है. 

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