ब्राजील का सबसे खतरनाक ड्रग कार्टेल ‘Comando Vermelho’, जेल में बना सिंडिकेट कैसे पूरी दुनिया में फैलाया खौफ? पुलिस ऑपरेशन में 64 ढेर
Comando Vermelho Brazil Deadliest Drug Cartel: रियो डी जेनेरियो. दुनिया भर में अपने खूबसूरत समुद्र तटों और फुटबॉल के लिए मशहूर यह शहर 28 अक्टूबर को एक खौफनाक सच के बीच जागा. गोलियों की गड़गड़ाहट, हेलीकॉप्टरों की आवाज, धुएं से भरी फेवलाएं, और घरों में दुबके लोग… यह नजारा किसी हॉलीवुड फिल्म का हिस्सा नहीं था. यह ब्राजील की सड़कों पर चलती ड्रग वॉर का असली रूप था. सरकार ने Comando Vermelho नाम के सबसे पुराने और सबसे ताकतवर आपराधिक गिरोह के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई चलाई, जिसमें कम से कम 64 लोगों की मौत और 81 गिरफ्तारियां हुईं. चार पुलिसकर्मी भी मारे गए.
कौन है Comando Vermelho
Comando Vermelho ब्राजील का सबसे पुराना और प्रभावशाली अपराध संगठन है. यह 1970 के दौर में तब बना जब राजनीतिक कैदियों और सामान्य अपराधियों ने सैन्य तानाशाही के समय जेल में गठबंधन किया. शुरुआत में उद्देश्य था खुद को जेल की हिंसा से बचाना, लेकिन धीरे-धीरे यह गठबंधन ड्रग तस्करी का साम्राज्य बन गया. कोकीन, गांजा और क्रैक से लेकर हथियारों की तस्करी, फिरौती और उगाही तक गैंग का दबदबा बढ़ता चला गया.
इनकी सबसे बड़ी ताकत फेवलाओं पर नियंत्रण है. गैंग के कैद नेता जेल से ही आदेश देते हैं और इलाके के डोनोस यानी स्थानीय ड्रग बॉस उनकी बात पर चलते हैं. 1980 के दशक में इस गैंग ने कोलंबियाई कार्टेल्स से हाथ मिलाया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना कारोबार फैला लिया. सरल शब्दों में कहें तो रियो में जहां ड्रग का धंधा है, वहां Vermelho की बादशाहत चलती है.
Comando Vermelho Brazil Deadliest Drug Cartel: ऑपरेशन की वजह
पिछले कुछ महीनों में Comando Vermelho ने पुलिस पर हमलों का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ा दिया था. ड्रोन के जरिए बम और हथगोले गिराना, सड़कों पर आग की बैरिकेडिंग करना, पुलिस की गाड़ियों पर भारी हथियारों से फायरिंग सरकार इसे साफ तौर पर नार्को-टेररिज़् कह रही है. इसी के चलते एक साल लंबी तैयारी के बाद यह ऑपरेशन शुरू किया गया.
करीब 250 सर्च और गिरफ्तारी वारंट के साथ 2,500 से ज्यादा पुलिस और सेना के जवान मैदान में उतारे गए. स्कूल बंद कराने पड़े, लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो बताते हैं कि रियो की सड़कों पर धुएं और गोलियों का राज था. पुलिस के मुताबिक आधा टन ड्रग्स और 75 से ज्यादा राइफल बरामद की गईं. दावा है कि गैंग के नेटवर्क को गहरा झटका लगा है.
Smoke seen rising and fires burn across the Brazilian city of Rio de Janeiro earlier today, as Brazil launches its largest ever police raid, involving more than 2,500 officers and soldiers, supported by helicopters, armored vehicles, and drones, against Comando Vermelho, a… pic.twitter.com/7s9fT8YlYo
— OSINTdefender (@sentdefender) October 29, 2025
कौन ज्यादा खतरनाक है गैंग या पुलिस
रियो पुलिस की हिंसक कार्रवाइयों को लेकर सवाल पहले भी उठते रहे हैं. 2021 में Jacarezinho फेवेला में हुई पुलिस गतिविधि में 25 लोगों की मौत हुई थी, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने छापेमारी पर कड़े प्रतिबंध लगाए थे. संयुक्त राष्ट्र समेत कई अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन इन ऑपरेशनों को नागरिक अधिकारों के खिलाफ बताते हैं.
हालांकि सरकार का तर्क है कि परिस्थितियां ऐसी हो चुकी हैं जहां हथियारबंद अपराधियों से लड़ने के लिए कठोर कदम उठाने ही होंगे. असली दिक्कत यह है कि इस जंग में आम लोग पिसते हैं. फेवलाओं के निवासियों के लिए यह तय करना भी मुश्किल है कि कौन ज्यादा खतरनाक है गैंग या पुलिस.
क्या ये ड्रग वॉर माफिया का अंत कर पाएंगी
इतिहास गवाह है कि ब्राजील में गैंग युद्ध किसी रेड से खत्म नहीं होता. गिरोह कमजोर पड़ता है, नेतृत्व बदलता है और कुछ समय बाद फिर खड़ा हो जाता है. Comando Vermelho भी उस ही चक्र का हिस्सा है. पुलिस इसे निर्णायक जीत बता रही है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह जंग लंबी है.
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