मोदी सबसे हैंडसम… पर बेहद सख्त! APEC सीईओ लंच में ट्रंप ने फिर आलापा पुराना राग, बोले- भारत-पाक टकराव मैंने रोका, 7 फाइटर जेट भी गिरे
Trump Calls Modi Most Handsome Person: डोनाल्ड ट्रंप जब बोलते हैं तो सुर्खियां अपने आप बन जाती हैं. दक्षिण कोरिया के ग्योंगजू में APEC के एक कार्यक्रम में भाषण देते हुए उन्होंने भारत, पाकिस्तान और प्रधानमंत्री मोदी को लेकर कुछ ऐसे बयान दिए जो सुनकर हर तरफ चर्चा शुरू हो गई. APEC के सीईओ लंच में भाषण देते हुए ट्रंप ने मोदी को ‘सबसे अच्छे हैंडसम वाले व्यक्ति कहा और ‘पिता जैसी शख्सियत’ बताने के बाद उन्हें ‘हत्यारा’ और ‘बेहद सख्त नेता’ भी कह डाला.
उनकी भाषा में वही पुरानी स्टाइल का अतिशयोक्ति साफ दिखी. ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करवाने में उन्होंने व्यक्तिगत भूमिका निभाई, और उस पूरी कहानी को उन्होंने इस तरह जोड़ा जैसे व्यापार समझौता करवाने के लिए यह उनका मास्टरस्ट्रोक रहा हो.
Trump Calls Modi Most Handsome Person: मोदी की तारीफ
ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “सबसे अच्छे दिखने वाले इंसान” बताया. उन्होंने कहा कि मोदी ऐसे दिखते हैं जैसे कोई अपने पिता को देखना चाहे. इसके बाद उन्होंने उसी अंदाज में मोदी को “हत्यारा” और “खतरनाक रूप से कठोर” भी कहा. यानी ट्रंप के मुताबिक मोदी की मुस्कान जितनी प्यारी है, उतनी ही उनकी लीडरशिप में सख्ती भी मौजूद है.
भारत-पाक तनाव में ‘मैंने युद्ध रोका’ ट्रंप का दावा
ट्रंप ने अपने भाषण में दावा किया कि मई में भारत और पाकिस्तान के बीच जब तनाव चरम पर था और सात विमान गिराए जा चुके थे, तब उन्होंने दोनों देशों के नेताओं से व्यक्तिगत रूप से फोन पर बात की. उन्होंने कहा कि भारत-पाक के बीच चल रहे विवाद के दौरान वह दोनों देशों से व्यापार समझौते की बात कर रहे थे और इसी कारण उन्होंने दोनों को साफ कह दिया था कि अगर युद्ध नहीं रुका तो अमेरिका व्यापार समझौते पर आगे नहीं बढ़ेगा. ट्रंप ने कहा कि पहले दोनों पक्ष लड़ने पर अड़े रहे लेकिन बाद में फोन कॉल की बातचीत के बाद स्थिति में सुधार हुआ और उनके हस्तक्षेप के चलते दोनों परमाणु-सशस्त्र देशों के बीच युद्ध टल गया.
बाइडेन पर निशाना- ‘वह ऐसा नहीं कर सकते’
ट्रंप ने यहां अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन को भी घसीट लिया. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या बाइडेन इस तरह युद्ध रोक सकते थे. ट्रंप ने खुद ही जवाब दिया कि उन्हें नहीं लगता कि बाइडेन ऐसा कर पाते. इस तरह उन्होंने इस पूरे किस्से को अपनी नेतृत्व क्षमता और चुनावी राजनीति से जोड़ दिया.
भारत का जवाब- ‘कोई मध्यस्थता नहीं हुई’
भारत ने ट्रंप के इस दावे को कई बार खारिज किया है. भारत की ओर से साफ कहा गया है कि पाकिस्तान से जुड़े सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं और इन्हें किसी तीसरे देश या नेता की जरूरत नहीं. भारत का यह भी कहना है कि सीमा पर तनाव कम करने का फैसला दोनों देशों के डीजीएमओ (DGMO) स्तर की बातचीत के बाद हुआ था और इसमें किसी बाहरी हस्तक्षेप की भूमिका नहीं थी. यानी भारत की नजर में ट्रंप का दावा उनकी अपनी कहानी है, हकीकत कुछ और.
ऑपरेशन सिंदूर की वजह से बढ़ा था तनाव
ट्रंप जिन दिनों का जिक्र कर रहे हैं, वह भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद की स्थिति थी. 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमला हुआ था जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओजेके) में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए. इसी कारण दोनों देशों के बीच माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया था और युद्ध जैसी स्थिति बन गई थी.
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