Trump China Trade Deal: अमेरिका और चीन की कारोबारी लड़ाई ने पूरी दुनिया को झुलसा रखा है. टैरिफ, टेक्नोलॉजी और जियोपॉलिटिक्स के बीच यह क्लैश कभी कम तो कभी ज्यादा होता रहा है. अब इसी तनाव के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दक्षिण कोरिया पहुंचे हैं, और वहां से उन्होंने जो मैसेज दिया है, वह ग्लोबल मार्केट के लिए राहत की उम्मीद जैसा है. ट्रंप कह रहे हैं कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ होने वाली मुलाकात में ट्रेड डील पर बड़ा खेल हो सकता है.
APEC समिट में ट्रंप की दो टूक
“झगड़े से बेहतर है समझदारी वाली साझेदारी”. ग्योंगजू में APEC CEO समिट को संबोधित करते हुए ट्रंप ने साफ कहा कि दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को लड़ते रहने से फायदा नहीं. ट्रंप के शब्द साफ थे कि स्थिर साझेदारी सबके लिए अच्छी होती है. मुझे लगता है कि यह डील दोनों देशों के लिए शानदार रहेगी. बेवजह के झगड़े की जरूरत नहीं. उन्होंने यह भी बताया कि शी जिनपिंग अगले दिन दक्षिण कोरिया पहुंच रहे हैं और उसी दौरान दोनों नेता ट्रेड पर बात करेंगे. ट्रंप ने कहा, “मुझे लगता है यह बहुत अच्छी डील होगी.”
कनाडा के साथ तल्खी भी बरकरार
ट्रंप सिर्फ चीन से नहीं, कनाडा से भी सख्त बिजनेस गेम खेल रहे हैं. कुछ दिन पहले ट्रंप ने कनाडा के साथ ट्रेड बातचीत रोक दी और 10% अतिरिक्त शुल्क लगा दिया. वजह बनी एक राजनीतिक विज्ञापन, जिसमें पूर्व राष्ट्रपति रीगन के बयान का इस्तेमाल किया गया था कि टैरिफ अर्थव्यवस्था को तबाह कर देते हैं. उधर कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी एशिया दौरे पर हैं. वह अमेरिका पर निर्भरता कम कर नए बाजार और नई साझेदारी ढूंढना चाहते हैं. उन्होंने कहा है, बातचीत के लिए वह तैयार हैं, जब भी ट्रंप चाहें.
Trump China Trade Deal: सबसे अहम मुद्दा- AI चिप्स की जंग
टेक्नोलॉजी अब केवल बिजनेस नहीं, सीधे-सीधे ताकत का सवाल बन चुकी है. खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की रेस में. इस रेस के केंद्र में है Nvidia की नई Blackwell AI चिप, जिसे ट्रंप ने “सुपर-डूपर चिप” कहा. अमेरिका ने इसे चीन को बेचने पर बैन लगाया है. वाशिंगटन को डर है कि चीन इसे अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाने में लगाएगा.
चीन इस पर खफा है और घरेलू चिप इंडस्ट्री को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, पर रिपोर्ट्स बताती हैं कि चीनी डेवलपर्स अभी भी Nvidia की चिप ही चाहते हैं क्योंकि घरेलू विकल्प कमजोर हैं. ट्रंप ने साफ संकेत दिया कि शी जिनपिंग के साथ इस मुद्दे पर भी बात होगी.
वैश्विक नजरें टिकी हैं ग्योंगजू पर
डील होगी या फिर नया मोर्चा खुलेगा? यह मुलाकात ट्रंप के सत्ता में लौटने के बाद दोनों नेताओं की पहली डायरेक्ट बातचीत है. माहौल ऐसा है कि तनाव कम करने का दबाव भी है, टेक्नोलॉजी-सुरक्षा के सवाल भी हैं और दोनों देशों की प्रतिष्ठा भी दांव पर है ट्रंप तो बोल रहे हैं कि “डील होगी, अच्छी होगी,” पर असली नतीजा मुलाकात के बाद ही सामने आएगा.
ये भी पढ़ें:
मोदी सबसे हैंडसम… पर बेहद सख्त! APEC सीईओ लंच में ट्रंप ने फिर आलापा पुराना राग, बोले- भारत-पाक टकराव मैंने रोका, 7 फाइटर जेट भी गिरे
लंदन से 5 साल बाद घर लौटी महिला का छलका दर्द, कहा- भारत में तनख्वाह के अलावा सब कुछ