टोक्यो में ट्रंप की धमाकेदार एंट्री! जापान की पहली महिला PM से मुलाकात, क्या एशिया में शुरू होगा कोई नया खेल?
Trump Tokyo Visit: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एशिया के महत्वपूर्ण दौरे पर हैं. मलेशिया में व्यस्त कार्यक्रम पूरा करने के बाद अब वे जापान पहुंचे हैं. इस यात्रा के जरिए ट्रंप इंडो-पैसिफिक में अमेरिका की भूमिका को मजबूत संदेश देना चाहते हैं. जापान की नई प्रधानमंत्री के साथ उनकी पहली आमने-सामने मुलाकात होने वाली है, जिसे दोनों देश बेहद अहम मान रहे हैं.
Trump Tokyo Visit: मलेशिया से रवाना होकर टोक्यो पहुंचे ट्रंप
सोमवार को ट्रंप टोक्यो पहुंचे. इससे पहले उन्होंने मलेशिया में आसियान सम्मेलन में हिस्सा लिया था. 24 घंटे की यात्रा के बाद जब वे मलेशिया से रवाना हुए तो उन्होंने वहां के अधिकारियों और नागरिकों को अलविदा कहा. ट्रंप ने Truth Social पर लिखा कि उन्होंने मलेशिया में बड़ी ट्रेड और रेयर अर्थ डील्स साइन कीं. साथ ही थाईलैंड और कंबोडिया के बीच शांति समझौता भी कराया, जिससे “लाखों लोगों की जिंदगी बची.” उन्होंने लिखा कि “अब जापान जा रहा हूं!”
अब आमने-सामने होगी मुलाकात
25 अक्टूबर को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जापान की नई प्रधानमंत्री साने ताका’इची के बीच लगभग दस मिनट की पहली टेलीफोन वार्ता हुई थी. इस बातचीत में दोनों नेताओं ने जापान और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को और अधिक सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की. ट्रंप ने ताका’इची को प्रधानमंत्री पद संभालने पर बधाई दी और स्पष्ट किया कि जापान-अमेरिका गठबंधन उनकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है.
यह तीन दिवसीय जापान यात्रा करीब छह वर्षों बाद ट्रंप की पहली यात्रा मानी जा रही है और हाल ही में ताका’इची के साथ हुई चर्चाओं की निरंतरता को दर्शाती है. क्योडो न्यूज के अनुसार, इस दौरे से द्विपक्षीय सहयोग को और गहराई मिलने और गठबंधन के अधिक मजबूत होने की संभावना है. वहीं ताका’इची ने जापान को “इंडो-पैसिफिक में अमेरिका का अनिवार्य साथी” बताया और वेस्ट एशिया में ट्रंप की शांति कोशिशों की तारीफ की. उन्होंने उत्तर कोरिया द्वारा अपहरण किए गए जापानी नागरिकों के मुद्दे पर अमेरिकी समर्थन बनाए रखने की अपील की. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से जल्द मुलाकात करने की बात कही थी, जो अब इस दौरे में पूरी हो रही है.
जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री
साने ताका’इची हाल ही में जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनी हैं. उन्होंने 4 अक्टूबर को लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी का आंतरिक चुनाव जीता और इसके बाद संसद में 465 में से 237 वोटों के साथ उन्हें प्रधानमंत्री चुना गया. उनकी छवि एक कठोर और सुरक्षा पर जोर देने वाली नेता की है. इसी कारण उनकी तुलना अक्सर पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे से की जाती है जिनके साथ ट्रंप के पुराने कार्यकाल में घनिष्ठ संबंध थे.
सम्राट नरुहितो से भी मिलेंगे ट्रंप
जापान सरकार इस दौरे को बेहद महत्वपूर्ण बता रही है. मुख्य कैबिनेट सचिव मिनोरू किहारा ने कहा कि ट्रंप सम्राट नरुहितो से मुलाकात करेंगे. उन्होंने इसे “अमेरिका-जापान गठबंधन को और मजबूत करने का महत्वपूर्ण अवसर” बताया. ताका’इची प्रशासन ने भी ट्रंप का गर्मजोशी से स्वागत किया है. ट्रंप पिछली बार 2019 में G20 समिट के दौरान जापान आए थे. दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनका पहला जापान दौरा है.
एशिया में बड़ा संदेश
इस यात्रा से साफ संकेत मिलते हैं कि अमेरिका और जापान मिलकर इंडो-पैसिफिक में चीन के बढ़ते प्रभाव का संतुलन बनाना चाहते हैं. Free and Open Indo-Pacific (FOIP) की रणनीति पर दोनों देशों की सोच एक जैसी है. ट्रंप का “NO WAR!” वाला संदेश बताता है कि क्षेत्र में शांति और सहयोग आगे की प्राथमिकता है.
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