एक क्लिक और तबाह होगा अमेरिका! जंगलों में छुपा ‘मौत का ठिकाना’… किम जोंग की ह्वासॉन्ग-15 मिसाइल से थर्राई पूरी दुनिया
North Korea Secret Missile Base: अमेरिका के सामने सबसे बड़ा सुरक्षा संकट उत्तर कोरिया से खड़ा हो गया है. एक ताजा रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उत्तर कोरिया ने चीन की सीमा के बेहद करीब एक गुप्त सैन्य अड्डा बना रखा है, जो परमाणु हथियारों से लैस है और सीधे अमेरिका की मुख्य भूमि तक वार करने की क्षमता रखता है. यह खुलासा वॉशिंगटन स्थित सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज (CSIS) ने अपनी सैटेलाइट इमेजिंग रिपोर्ट में किया है.
North Korea Secret Missile Base in Hindi: चीन सीमा से 27 किलोमीटर दूर मिसाइल बेस
CSIS की रिपोर्ट बताती है कि नॉर्थ प्यॉंगन प्रांत के सिनपुंग इलाके में यह ठिकाना बनाया गया है. चीन की सीमा से इसकी दूरी मात्र 27 किलोमीटर है. रिपोर्ट के मुताबिक इस बेस में 6 से 9 इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें (ICBM) मौजूद हैं, जो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं. इनके साथ मोबाइल लॉन्चर और हजारों सैनिक भी तैनात हैं. यही वजह है कि इसे अमेरिका और पूर्वी एशिया के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा है.
JFK एयरपोर्ट से भी बड़ा ठिकाना
सिनपुंग-दोंग मिसाइल बेस का निर्माण 2000 के दशक की शुरुआत में हुआ और 2014 से यह सक्रिय है. इसे बनाने का जिम्मा उत्तर कोरिया की कोरियन पीपुल्स आर्मी (KPA) की इंजीनियरिंग इकाई को दिया गया था. रिपोर्ट बताती है कि यह बेस करीब 22 किलोमीटर तक फैला है और 5,436 एकड़ क्षेत्र में बना है. इसका आकार न्यूयॉर्क के जॉन एफ. केनेडी (JFK) अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से भी बड़ा है. यहां भूमिगत शेल्टर, सपोर्ट स्ट्रक्चर और मोबाइल लॉन्चर के लिए विशेष ज़ोन बनाए गए हैं. खास बात यह है कि यहां स्थायी लॉन्च पैड और बड़े सुरक्षात्मक ढांचे नहीं हैं. इसका मकसद मिसाइलों को आसानी से इधर-उधर ले जाकर गुप्त तरीके से लॉन्च करना है.
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क्यों मुश्किल है इस पर हमला करना?
सिनपुंग-दोंग मिसाइल बेस घने जंगल और पहाड़ियों से घिरा है. यही वजह है कि सैटेलाइट से इसे पहचानना बेहद कठिन है. इसके अलावा, इसका स्थान चीन की सीमा के पास है, जिससे अमेरिका या उसके सहयोगी देशों के लिए प्री-एम्प्टिव स्ट्राइक करना जोखिम भरा हो सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया ने जानबूझकर ऐसा किया है ताकि चीन की संभावित प्रतिक्रिया को देखते हुए कोई देश सीधा हमला करने से पहले कई बार सोचे.
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उत्तर कोरिया का बढ़ता परमाणु जखीरा
2019 में अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच निरस्त्रीकरण वार्ता टूटने के बाद से किम जोंग-उन लगातार अपने हथियार कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहे हैं. सितंबर 2023 में उन्होंने ऐलान किया कि उत्तर कोरिया अपनी परमाणु क्षमता को “कई गुना” बढ़ाएगा. जनवरी 2024 तक उत्तर कोरिया के पास 50 परमाणु वारहेड और 70 से 90 और परमाणु हथियार बनाने लायक सामग्री मौजूद है. इनके अलावा उसके पास हाइपरसोनिक मिसाइलें, लंबी दूरी की ICBM, ठोस ईंधन से चलने वाली शॉर्ट-रेंज मिसाइलें और रासायनिक व जैविक हथियार भी शामिल हैं.
हाल ही में उत्तर कोरिया ने रूस से रिश्ते भी मजबूत किए हैं. उसने यूक्रेन युद्ध में रूस को हथियार और सैनिक उपलब्ध कराए हैं. इसके बदले रूस उसे तकनीकी सहायता और हथियार कार्यक्रम में मदद दे रहा है.
Nuclear Threat to US in Hindi: अमेरिका और एशिया दोनों पर खतरा
विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया की ह्वासॉन्ग-15 मिसाइल 13,000 किलोमीटर तक मार कर सकती है, यानी पूरा अमेरिका इसकी जद में आता है. वहीं, ER-Scud मिसाइल 1,000 किलोमीटर दूर तक वार करने में सक्षम है, जिससे दक्षिण कोरिया और जापान का ओसाका शहर खतरे में है. इंटरमीडिएट-रेंज मिसाइलें 4,500 किलोमीटर तक मार सकती हैं, जो गुआम स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों और दक्षिण-पूर्व एशिया तक पहुंच सकती हैं.