Doval Meet Putin: भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल ने गुरुवार को क्रेमलिन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. यह मुलाकात काफी खास मानी जा रही है. डोभाल द्विपक्षीय ऊर्जा और रक्षा संबंधों पर महत्वपूर्ण बातचीत करने के साथ-साथ इस साल के अंत में राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं. इस मुलाकात की क्रेमलिन प्रेस सेवा की ओर से एक वीडियो क्लिप भी शेयर की गई है. वीडियो क्लिप में बातचीत से पहले डोभाल को पुतिन से हाथ मिलाते हुए देखा जा सकता है.
डोभाल ने रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव से की मुलाकात
इससे पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने गुरुवार को ही रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक डोभाल ने कहा कि रूस में अपनी बैठकों में कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे की तारीखों पर काम किया जा रहा है. डोभाल ने रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की, जिसमें द्विपक्षीय ऊर्जा और रक्षा सहयोग के साथ-साथ पुतिन की भारत यात्रा पर भी ध्यान केंद्रित किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले साल पुतिन के साथ वार्षिक शिखर सम्मेलन और कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दो बार मुलाकात कर चुके हैं.
बेहद खास है डोभाल की रूस यात्रा
अजीत डोभाल की रूस यात्रा दुनिया के बदलते परिप्रेक्ष्य में काफी अहम मानी जा रही है. उनकी यात्रा की शुरुआत ऐसे दिन हुई जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश जारी कर रूसी तेल खरीदने पर भारतीय वस्तुओं पर 25 फीसदी का अतिरिक्त शुल्क लगाया है. ट्रंप के इस कदम के बाद से भारत का टैरिफ 50 फीसदी हो गया है. ऐसे में भारत और रुस अमेरिकी कदम पर चर्चा और इसके खिलाफ रणनीति बनाने में जुटे हैं.
रूस से तेल खरीद रहा है भारत
रूस से तेल खरीद को लेकर भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में तनातनी चल रही है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि रूसी अधिकारियों के साथ उनकी डोभाल ने द्विपक्षीय ऊर्जा और रक्षा संबंधों के साथ-साथ रूसी कच्चे तेल पर पश्चिमी प्रतिबंधों पर भी चर्चा की है. शोइगु ने डोभाल के साथ बैठक के बाद कहा कि दोनों देश ‘मजबूत, समय की कसौटी पर खरे उतरे मैत्री संबंधों’ से जुड़े हुए हैं. सरकारी समाचार एजेंसी तास के अनुसार उन्होंने कहा ‘हमारे देशों के बीच अब बहुस्तरीय विश्वास-आधारित राजनीतिक वार्ता प्रभावी ढंग से काम कर रही है यह राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी के बीच नियमित संपर्कों पर आधारित है. हमारे नेताओं के बीच अगली पूर्ण वार्ता की तारीख निर्धारित करना महत्वपूर्ण है.” (इनपुट भाषा)