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अमेरिका की पुरानी सेटिंग भी नहीं रोक पाई भारत का राफेल वार, ऑपरेशन सिंदूर से उठा पर्दा


Operation Sindoor Rafale Strike: भारतीय वायुसेना द्वारा अंजाम दिया गया ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की स्मार्ट रणनीति, अत्याधुनिक तकनीक और तेज एक्शन का जीता-जागता उदाहरण बन गया है. इस मिशन के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी ठिकानों पर सटीक और घातक हवाई हमले किए. इस ऑपरेशन में भारत ने अपने सबसे एडवांस फाइटर जेट राफेल का इस्तेमाल किया, जिसने पाकिस्तानी एयर डिफेंस को चकमा देते हुए अपने लक्ष्य पर सीधा वार किया.

Operation Sindoor Rafale Strike: पाक्सितान ने हमेशा हमलें को खारिज किया

सबसे बड़ी बात यह रही कि पाकिस्तान को हमले की भनक तक नहीं लगी, और जब तक वह कुछ समझ पाता, भारतीय जेट्स काम पूरा कर भारत लौट चुके थे. पाकिस्तानी अधिकारी और मीडिया इस हमले से इनकार कर रहे हैं, लेकिन सेटेलाइट तस्वीरें और वैश्विक रक्षा विशेषज्ञों की रिपोर्टें इस ऑपरेशन की पुष्टि करती हैं. यह पाकिस्तान के लिए एक बड़ा सामरिक झटका था.

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अमेरिका ने दिया था ट्रेनिंग

ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान ने दावा किया कि उसके चीन निर्मित J-10CE फाइटर जेट्स ने भारत के राफेल का मुकाबला किया, लेकिन यह सिर्फ प्रचार से ज्यादा कुछ नहीं. डिफेंस वेबसाइट Quwa के मुताबिक पाकिस्तान की असली ताकत उसके आधुनिक विमानों में नहीं, बल्कि अमेरिका द्वारा 1950 में दिए गए ट्रेनिंग और ऑपरेशनल सिस्टम में छुपी है. अमेरिका ने न सिर्फ विमान दिए, बल्कि एक पूरा एयरफोर्स मैनेजमेंट सिस्टम  जिसमें ट्रेनिंग, मेंटेनेंस, ऑपरेशंस और प्रशासन की पूरी संरचना थी, पाकिस्तान को सौंपा.

वहीं, भारत के राफेल जेट्स की ताकत युद्ध में साबित हो चुकी है. इनमें एक साथ कई टारगेट पर हमला, रडार से बचने की क्षमता, और लॉन्ग रेंज मेटिओर मिसाइल जैसी खूबियां हैं. इसके मुकाबले पाकिस्तान का J-10CE सिर्फ एक नया हथियार है, जो वास्तविक युद्ध अनुभव से कोसों दूर है.

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