Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच तीन सालों से जारी जंग अब और भीषण हो गई है. रूस ने शुक्रवार को यूक्रेन में अबतक का सबसे बड़ा हमला किया है. रूसी हमलों से कीव थर्रा गया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने दावा किया है कि रूस ने बैलेस्टिक मिसाइल से हमला किया है. रूस की ओर से किए गए हमलों में 23 यूक्रेनी नागरिक घायल हुए हैं और राजधानी कीव के कई जगहों पर भारी नुकसान पहुंचने की खबर है. एक सप्ताह के भीतर यूक्रेन पर रूस का यह दूसरा सबसे बड़ा हमला है. इससे तीन दिन पहले रूस ने यूक्रेन पर ड्रोन और मिसाइल से बड़ा हमला किया था.
रूसी वायुसेना ने क्या बताया
रूस की वायुसेना ने बताया कि रूसी सेना ने यूक्रेन पर 550 ड्रोन और मिसाइल से हमले किये गए हैं. अधिकतर हमले शाहिद ड्रोन से किये गए जबकि 11 मिसाइलों का भी इस्तेमाल किया गया है. वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति का दावा है कि रूस की ओर से बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया गया है. वहीं कीव में तैनात मीडिया के मुताबिक पूरी रात ड्रोन की गड़गड़ाहट, धमाकों और मशीन गन से तीव्र गोलीबारी की आवाजें सुनी गईं. महापौर विटाली क्लिटस्को ने बताया कि हमले का मुख्य लक्ष्य कीव था. उन्होंने बताया कि इसमें कम से कम 23 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 14 अस्पताल में भर्ती हैं.
राष्ट्रपति ट्रंप से बातचीत के बाद रूस ने किया जोरदार हमला
रूस का यूक्रेन पर हमला अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत करने बाद हुआ.अमेरिका ने यूक्रेन को हथियारों की कुछ खेप रोक दिया है. ट्रंप ने इसको लेकर एक टिप्पणी भी की है. इधर, रूसी हमले को लेकर यूक्रेन की वायु सेना ने दावा किया कि उसने दो क्रूज मिसाइलों सहित 270 लक्ष्यों को मार गिराया है. यूक्रेन की सेना ने माना की रूस ने नौ मिसाइलों और 63 ड्रोनों से आठ स्थानों पर सफलतापूर्वक हमला किया है. सेना ने कहा कि रोके गए ड्रोनों का मलबा कम से कम 33 स्थानों पर गिरा.
लक्ष्य पूरा होने तक यूक्रेन से नहीं होगा युद्धविराम क्रेमलिन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इससे पहले गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ फोन पर बातचीत की थी. इसमें उन्होंने कहा था कि सभी लक्ष्य हासिल होने तक यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान जारी रहेगा. क्रेमलिन के विदेश नीति सलाहकार यूरी उशाकोव ने दोनों राष्ट्रपतियों के बीच एक घंटे तक चली टेलीफोन वार्ता के बाद मीडिया को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि मास्को जारी संघर्ष का कूटनीतिक समाधान तलाशना जारी रखेगा, लेकिन इसके मूल कारणों को अनदेखा नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि इसी कारण पुतिन ने ट्रंप की युद्ध विराम समझौते की अपील को अस्वीकार कर दिया.