Iran Fatwa : ईरान के ग्रैंड अयातुल्ला मकरम शिराजी ने सोमवार को एक धार्मिक आदेश जारी किया. इसमें उन्होंने सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई और अन्य वरिष्ठ शिया मौलवियों के खिलाफ धमकियों की निंदा की. जेरूसलम पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, शिराजी ने अरबी में एक फतवा जारी कर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को “दुश्मन” घोषित किया. यही नहीं धार्मिक आदेश में उनके कामों की निंदा की.
मुस्लिमों से एकजुट होने का आह्वान
रिपोर्ट के अनुसार, शिराजी ने एक फतवा जारी कर दुनियाभर के मुस्लिमों से एकजुट होने का आह्वान किया है. फतवे में कहा गया है कि जो भी व्यक्ति या सरकार इस्लामिक समुदाय के नेतृत्व को खतरे में डालेगी, उसे माकूल जवाब दिया जाएगा. उन्होंने चेतावनी दी कि ईरान के सुप्रीम लीडर को धमकी देने या उनकी हत्या की कोशिश करने वालों को अल्लाह के प्रकोप का सामना करना पड़ेगा. ऐसी हरकतों को अल्लाह की तौहीन और उसके खिलाफ युद्ध माना जाएगा. ऐसा करने वालों को गंभीर परिणाम भुगतना होगा.
मुसलमानों की जिम्मेदारी बनती है कि वे एकजुट होकर विरोध करें
फतवा में कहा गया है कि हाल के दिनों में अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप और इजराइली नेताओं ने बार-बार ईरान के सुप्रीम लीडर को धमकी दी है. यही नहीं उनको हत्या की धमकी दी है. इसको गंभीरता से लेते हुए यह सवाल उठता है कि इस्लामी समुदाय और उसके नेतृत्व का क्या कर्तव्य है? यदि अमेरिकी सरकार या कोई और ऐसी हरकतें करता है, तो दुनियाभर के मुसलमानों की जिम्मेदारी बनती है कि वे एकजुट होकर इसका विरोध करें.
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फतवे में कहा गया है कि जो भी ईरान के सुप्रीम लीडर या धार्मिक नेताओं की हत्या की साजिश करेगा, उसे इस्लामिक कानून के तहत कड़ी सजा दी जाएगी. दुनियाभर के मुसलमानों को ऐसे दुश्मनों को पहचानकर ताकत के साथ जवाब देने की जरूरत है. यदि सजा नहीं दी गई, तो जिहादी बदले का इनाम अल्लाह देंगे. अल्लाह सुप्रीम लीडर की सुरक्षा करें. उन पर अपनी कृपा बनाए रखें.