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ईरान को भाई कहने वाला पाकिस्तान पलटा, अब कतर-अमेरिका के साथ खड़ा


Pakistan: पश्चिम एशिया में जारी ईरान और इजरायल के बीच जंग के दौरान पाकिस्तान का रुख अब बदलता नजर आ रहा है. शुरुआती दिनों में पाकिस्तान पूरी मजबूती के साथ ईरान के समर्थन में खड़ा दिखा था. उसने तेहरान को ‘भाई और पड़ोसी मुल्क’ बताते हुए इजरायल के खिलाफ उसके रुख का समर्थन किया था. लेकिन जैसे ही ईरान ने कतर स्थित अमेरिकी एयरबेस पर मिसाइल हमला किया, पाकिस्तान के सुर अचानक बदल गए.

ईरानी हमले के बाद पाकिस्तान ने कतर को समर्थन देने का ऐलान किया है. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस हमले पर गंभीर चिंता जताते हुए इसे क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा बताया. उन्होंने कतर सरकार और वहां के लोगों के साथ एकजुटता जताई और कहा कि पाकिस्तान, सऊदी अरब के साथ मिलकर क्षेत्र में शांति बहाल करने की दिशा में काम करता रहेगा.

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शहबाज शरीफ ने इस संबंध में कतर में पाकिस्तान के राजदूत अली मुबारक अली अल-खातिर से टेलीफोन पर बात की और कतर को भरोसा दिलाया कि पाकिस्तान उसके साथ खड़ा है. इसके अलावा सऊदी अरब के राजदूत नवाफ बिन सईद से भी शहबाज ने बात की और तनाव कम करने के उपायों पर चर्चा की.

इस घटनाक्रम से ठीक पहले अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों फोर्डो, इस्फहान और नतान्ज पर बंकर बस्टर बम गिराए थे. इसके जवाब में ईरान ने कतर स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर मिसाइलें दागीं. हालांकि अमेरिका का दावा है कि उसके किसी भी सैनिक या उपकरण को नुकसान नहीं पहुंचा है. दूसरी ओर, ईरान ने कहा है कि उसने अमेरिका से बदला पूरा कर लिया है.

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उधर, ईरान और इजरायल के बीच 13 जून से जारी युद्ध अभी थमा नहीं है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भले ही युद्धविराम की घोषणा कर चुके हों, लेकिन दोनों देशों के बीच हमले अब भी जारी हैं. इस बीच पाकिस्तान का बदला हुआ रुख यह दर्शाता है कि क्षेत्रीय समीकरण तेजी से बदल रहे हैं, और पाकिस्तान अब खालिस धार्मिक जुड़ाव की बजाय कूटनीतिक और सामरिक संतुलन को प्राथमिकता दे रहा है.