PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहलगाम हमले के बाद 6 जून को पहली बार जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे. जहां प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पहलगाम में जो हमला हुआ है, वह ‘इंसानियत’ और ‘कश्मीरियत’ पर सीधा हमला है, जो बेहद शर्मनाक और निंदनीय है. पीएम मोदी के इस बयान के बाद पाकिस्तान में बेचैनी और गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है.
प्रधानमंत्री का बयान
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान पाकिस्तान को गरीबों की रोटी और रोजगार का दुश्मन बताया था. उन्होंने चेतावनी दी कि जो कोई भी कश्मीर के विकास को रोकने की कोशिश करेगा, उसे सबसे पहले उनका सामना करना पड़ेगा. पीएम मोदी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा, “भारत के प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर को लेकर जो झूठे और गुमराह करने वाले बयान दिए हैं, पाकिस्तान उन्हें पूरी तरह खारिज करता है.”
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से क्या कहा गया?
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इस तरह के बयान असल मुद्दों से दुनिया का ध्यान भटकाने की कोशिश हैं, खासकर उस क्षेत्र से जहां आम लोगों के अधिकारों का लगातार हनन हो रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अफसोस है कि प्रधानमंत्री ने बिना किसी ठोस सबूत के पहलगाम हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है.
बयान में आगे कहा गया कि यह क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक विवादित इलाका है, जिसका समाधान संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और कश्मीरियों की इच्छाओं के मुताबिक ही होना चाहिए. भारतीय नियंत्रण वाले कश्मीर (IOJK) में विकास के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब वहां भारी सैन्य बल मौजूद हो, नागरिकों की स्वतंत्रता छीनी जा रही हो और बिना किसी कारण गिरफ्तारियां की जा रही हों, तो तरक्की की बातें गलत लगती हैं.
इसके साथ ही पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र, मानवाधिकार संगठनों और विश्व समुदाय से अपील की कि वे भारत को इन बयानों के लिए जवाबदेह ठहराएं और यह सुनिश्चित करें कि कश्मीरी जनता को उनका अधिकार मिले. पाकिस्तान ने दोहराया कि वह कश्मीरियों के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा.
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