India Pakistan ceasefire in Hindi: एलओसी पर लगातार फायरिंग और घुसपैठ की कोशिश करने वाला पाकिस्तान अब शांति की बातें करने लगा है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शनिवार को कहा एक्स पे कहा कि भारत के साथ संघर्ष विराम “नई शुरुआत” है और इससे कश्मीर समेत कई मुद्दों के हल की उम्मीद जगी है.
शरीफ ने अमेरिका का भी शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो की मदद से भारत-पाक के बीच यह समझौता हो सका है.
India DGMO ceasefire agreement: भारत का साफ जवाब- सीधी बातचीत से हुआ समझौता
पाकिस्तान के इन दावों पर भारत ने दो टूक जवाब दिया. भारत ने कहा कि संघर्ष विराम का फैसला दोनों देशों की सेनाओं के बीच सीधे बातचीत से हुआ है. इसमें किसी तीसरे देश की कोई भूमिका नहीं है.
भारतीय सेना के मुताबिक, शुक्रवार को पाकिस्तान की तरफ से DGMO स्तर की कॉल आई थी. इसके बाद दोनों देशों के बीच सीमा पर शांति बनाए रखने की सहमति बनी.
India Pakistan ceasefire: शांति की बात और फिर गोलीबारी!
पाकिस्तान की तरफ से शांति की बात तो हुई, लेकिन उसी दिन संघर्ष विराम तोड़ने की खबर भी सामने आ गई. इससे यह साफ हो गया कि पाकिस्तान की बातों पर तुरंत भरोसा नहीं किया जा सकता.
भारत ने साफ किया है कि शांति तभी संभव है जब सीमा पार से आतंक और फायरिंग पूरी तरह बंद हो. भारत ने यह भी कहा कि न तो किसी तीसरे देश में बातचीत की बात हुई है और न ही किसी मध्यस्थ की जरूरत है.
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क्या दुनिया को दिखाने की कोशिश कर रहा पाकिस्तान?
पाकिस्तान का बदला-बदला रुख दिखाता है कि वह अब दुनिया को यह दिखाना चाहता है कि वह सुधर रहा है. लेकिन यह वही पाकिस्तान है जो आतंकवाद को पनाह देता आया है और भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा है. भारत ने पहले भी कहा है कि वह शांति चाहता है, लेकिन उसकी पहली शर्त है- सीमा पार से आतंक पूरी तरह बंद हो.
पाकिस्तान की तरफ से आई यह शांति की बात अंतरराष्ट्रीय मंच पर दबाव के कारण हो सकती है. लेकिन भारत ने साफ कर दिया है कि वह सिर्फ बयानों से नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई से भरोसा करता है.