Israel Hamas War: इजराइल और हमास के बीच गाज़ा में जारी लंबे और भीषण संघर्ष के बीच अब संभावित समाधान की एक उम्मीद दिखाई दे रही है. हमास ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखते हुए कहा है कि वह गाजा में युद्ध समाप्त करने की दिशा में सभी इज़राइली बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार है. इसके बदले संगठन ने इजरायली सेना की पूरी तरह से वापसी, फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई और गाजा के पुनर्निर्माण की मांग रखी है.
यह घोषणा हमास के वरिष्ठ नेता खलील अल-हय्या ने एक टेलीविजन संबोधन के जरिए की, जिसमें उन्होंने कहा कि संगठन एक ऐसे व्यापक समझौते के लिए तैयार है जिसमें सभी पक्षों की जिम्मेदारियों और अधिकारों का ध्यान रखा जाए. उन्होंने स्पष्ट किया कि हमास किसी भी स्थिति में अपने हथियार डालने को तैयार नहीं है और इजराइल द्वारा प्रस्तावित 45 दिन के अस्थायी युद्धविराम को उन्होंने खारिज कर दिया. उनके मुताबिक, इजराइल का यह प्रस्ताव केवल समय खरीदने और राजनीतिक फायदे उठाने के लिए है, जिसका मकसद संघर्ष को जारी रखना है.
अल-हय्या ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि वे संघर्षविराम का इस्तेमाल अपनी सरकार को बचाने और राजनीतिक लाभ लेने के लिए कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि नेतन्याहू का उद्देश्य युद्ध को लम्बा खींचना है, भले ही इसके लिए अपने ही नागरिकों की जान जोखिम में डालनी पड़े. हमास ने दो टूक कहा है कि वह अब किसी भी “आंशिक समझौते” का हिस्सा नहीं बनेगा.
इस कड़े रुख के चलते मिस्र द्वारा की जा रही मध्यस्थता की कोशिशों को झटका लगा है. हाल ही में काहिरा में हुई बातचीत भी बिना किसी निष्कर्ष के समाप्त हो गई. हमास ने यह साफ कर दिया है कि जब तक इजराइल युद्ध समाप्त करने पर सहमत नहीं होता, वह शेष बचे 59 बंधकों को नहीं छोड़ेगा.
इस बीच, इजरायली सेना ने गाजा में अपने हमले और तेज कर दिए हैं. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार गुरुवार को हुए हमलों में कम से कम 32 फिलिस्तीनी मारे गए, जिनमें कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. जबालिया में संयुक्त राष्ट्र संचालित एक स्कूल पर हुए हमले में छह लोगों की मौत हुई. इजराइल ने दावा किया कि वहां हमास का एक कमांड सेंटर मौजूद था.
वहीं, हमास ने यह जानकारी दी कि इजरायली-अमेरिकी सैनिक एडन अलेक्जेंडर को बंधक बनाकर रखने वाले उसके लड़ाकों से संपर्क टूट गया है. बताया गया कि अलेक्जेंडर जिस स्थान पर कैद थे, वहां इजरायली हमले हुए हैं. हमास ने बंधकों के परिवारों को एक वीडियो संदेश में चेताया कि ऐसे हमलों से उनके प्रियजनों की जान को गंभीर खतरा हो सकता है.
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गौरतलब है कि यह संघर्ष 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ था, जब हमास ने दक्षिणी इजराइल पर अचानक हमला किया था. इज़राइली आंकड़ों के अनुसार उस हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और 251 लोगों को बंधक बना लिया गया था. इसके जवाब में इजराइल ने गाजा में व्यापक सैन्य कार्रवाई शुरू की, जिसमें अब तक 51,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की जान जा चुकी है.
इजराइल में भी अब सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है. जनता, पूर्व सैन्य अधिकारी और बंधकों के परिवारजन लगातार युद्ध रोकने और बंधकों की सुरक्षित वापसी की मांग कर रहे हैं. तेल अवीव में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं, जहां लोग सरकार से मानवीय दृष्टिकोण अपनाने और समझौते की ओर कदम बढ़ाने की अपील कर रहे हैं. एक प्रदर्शनकारी ने भावुक होकर कहा कि बंधकों की इस स्थिति को सामान्य मान लेना इंसानियत के खिलाफ है.
साफ है कि मौजूदा स्थिति बेहद नाजुक है. एक ओर जहां हमास युद्ध समाप्त करने के लिए व्यापक शर्तों के साथ तैयार है, वहीं इजराइल सुरक्षा चिंताओं और राजनीतिक रणनीतियों के तहत सख्त रुख अपनाए हुए है. आने वाले दिन यह तय करेंगे कि यह प्रस्ताव युद्धविराम की दिशा में निर्णायक कदम बनेगा या फिर संघर्ष और गहराएगा.
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