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गाजा में तबाही! इजरायल के भीषण हवाई हमलों में कई लोगों की मौत



Airstrike on Hamas in Gaza: इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौते के बावजूद गाजा पट्टी में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है. सोमवार रात और मंगलवार सुबह गाजा में जबरदस्त बम धमाके हुए, जिनमें कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई है. रिपोर्ट्स के अनुसार, 19 जनवरी को हुए युद्धविराम के बाद से यह इजरायल का गाजा में सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है.

इस ताजा हिंसा के पीछे मुख्य कारण यह है कि इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम को आगे बढ़ाने को लेकर सहमति नहीं बन पाई है. अमेरिका और अरब देशों के मध्यस्थ इस मामले में दोनों पक्षों को बातचीत के जरिए सहमत करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वे इसमें नाकाम रहे हैं. इस बीच, इजरायल ने गाजा में हमास के ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए हैं.

इजरायल ने हमास के ठिकानों पर किए हमले

इजरायली सेना ने अपने आधिकारिक टेलीग्राम चैनल पर एक पोस्ट में कहा कि उसने गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों को निशाना बनाकर हमला किया है. हालांकि, स्थानीय डॉक्टरों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इन हमलों में आम नागरिकों, महिलाओं और बच्चों को भी नुकसान पहुंचा है.

चश्मदीदों के मुताबिक, मध्य गाजा के दीर अल-बलाह इलाके में तीन घरों को बमबारी का निशाना बनाया गया, जबकि गाजा सिटी में एक इमारत पर हमला हुआ. इसके अलावा, दक्षिणी गाजा के खान यूनिस और राफा में भी बम गिराए गए.

युद्धविराम पर बनी असहमति

गौरतलब है कि 19 जनवरी 2024 को इजरायल और हमास के बीच तीन चरणों वाला एक युद्धविराम समझौता हुआ था. इस समझौते के तहत दोनों पक्षों ने लड़ाई बंद करने पर सहमति जताई थी. हालांकि, जब इसे आगे बढ़ाने की बात आई, तो दोनों के बीच मतभेद पैदा हो गए.

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बीते शुक्रवार को इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया था कि सेना को हमास पर आक्रमण करने का आदेश दिया गया है. इजरायल सरकार के अनुसार, हमास बार-बार बंधकों को रिहा करने से इनकार कर रहा था और अमेरिकी राष्ट्रपति के दूत स्टीव विटकॉफ एवं अन्य मध्यस्थों के प्रस्तावों को भी ठुकरा चुका था. इसी वजह से इजरायल ने सैन्य कार्रवाई करने का फैसला लिया.

अक्टूबर 2023 से जारी संघर्ष

गौरतलब है कि इजरायल और हमास के बीच लड़ाई अक्टूबर 2023 से जारी है. इस संघर्ष के चलते दोनों पक्षों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. 17 महीनों तक चले इस युद्ध को रोकने के लिए जनवरी 2024 में संघर्षविराम समझौता किया गया था, जिसके तहत इजरायल ने 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया, जबकि हमास ने बदले में कई इजरायली बंधकों को छोड़ा था. इस समझौते से क्षेत्र में शांति स्थापित होने की उम्मीद जगी थी, लेकिन हालिया हमलों के बाद एक बार फिर तनाव गहरा गया है.

मध्यस्थता की कोशिशें जारी

अमेरिका और कुछ अरब देश दोनों पक्षों के बीच युद्धविराम को बहाल करने के प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है. इजरायल और हमास के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए ऐसा लगता है कि आने वाले दिनों में हिंसा और बढ़ सकती है.