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यूक्रेन का रूस पर घातक वार, तेल रिफाइनरी जलाया



Ukraine Deadly Attack: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में दोनों देश एक-दूसरे के ऊर्जा केंद्रों को निशाना बना रहे हैं. हाल ही में यूक्रेनी सेना ने रूस के दक्षिण में स्थित क्रास्नोडार क्षेत्र के तुआप्से में एक तेल रिफाइनरी पर हमला किया, जिससे वहां भीषण आग लग गई. इस हमले की जानकारी क्रास्नोडार के गवर्नर वेनियामिन इवानोविच कोंद्रायेव ने दी. उन्होंने बताया कि यह हमला कीव शासन द्वारा किया गया, जिससे गैसोलीन के टैंकों में आग भड़क गई. टेलीग्राम पर जारी बयान में कोंद्रायेव ने कहा कि आग 1,000 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में फैल चुकी थी और दमकल कर्मी इसे नियंत्रित करने में जुटे थे. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.

संघर्ष विराम पर पुतिन का बयान

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को यूक्रेन में 30 दिनों के संघर्ष विराम से जुड़े अमेरिकी प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने इस विचार को सैद्धांतिक रूप से सही बताया, लेकिन यह भी कहा कि इसकी शर्तों पर काम किया जाना बाकी है. उन्होंने जोर देकर कहा कि संघर्ष विराम तभी प्रभावी हो सकता है जब यह स्थायी शांति बहाल करने में मदद करे.

मॉस्को में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पुतिन ने कहा, “हम इस विचार का समर्थन करते हैं, लेकिन इसमें कई मुद्दे हैं जिन पर चर्चा जरूरी है. हमें अपने अमेरिकी सहयोगियों और भागीदारों के साथ इस प्रस्ताव पर गंभीरता से बातचीत करनी होगी.” उन्होंने यह भी कहा कि संघर्ष विराम के दौरान किसी भी तरह के उल्लंघन को रोकने के लिए एक ठोस तंत्र विकसित करने की आवश्यकता है.

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संघर्ष विराम की आड़ में यूक्रेन की रणनीति?

रूसी राष्ट्रपति ने इस बात पर संदेह जताया कि यूक्रेन 30 दिन के संघर्ष विराम का उपयोग अपनी सेना को फिर से संगठित करने, अधिक हथियार प्राप्त करने और नई सैन्य रणनीतियां बनाने के लिए कर सकता है. उन्होंने कहा, “अगर युद्ध रोकने का प्रस्ताव स्थायी शांति की दिशा में बढ़ता है, तो हम इसे स्वीकार करेंगे. लेकिन अगर यह केवल यूक्रेन को युद्ध की तैयारियां करने का समय देने के लिए है, तो यह रूस के लिए अस्वीकार्य होगा.” पुतिन ने आगे यह भी कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि अमेरिका ने यूक्रेन को संघर्ष विराम स्वीकार करने के लिए मजबूर किया है, लेकिन युद्ध के मैदान में उनकी मौजूदा स्थिति के कारण यूक्रेन भी इसमें रुचि ले सकता है.

कुर्स्क क्षेत्र में बढ़ती सैन्य गतिविधि

रूस के कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी सैनिकों की घुसपैठ का जिक्र करते हुए पुतिन ने कहा कि आने वाले दिनों में उन्हें पूरी तरह से निष्क्रिय कर दिया जाएगा. उन्होंने सवाल उठाया, “क्या यूक्रेनी सैनिक बिना किसी संघर्ष के वहां से बाहर निकल जाएंगे?” इससे यह संकेत मिलता है कि रूस आने वाले समय में इस क्षेत्र में सैन्य कार्रवाई तेज कर सकता है.

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ट्रंप को दिया धन्यवाद?

अपनी बातचीत के दौरान पुतिन ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को यूक्रेन के मुद्दे पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद दिया. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि पुतिन के इस बयान का संदर्भ क्या था, लेकिन यह बयान अमेरिका और रूस के बीच बदलते समीकरणों की ओर इशारा करता है. रूस और यूक्रेन के बीच जारी यह टकराव अब सीधे ऊर्जा केंद्रों और बुनियादी ढांचे को निशाना बना रहा है, जिससे दोनों देशों को गंभीर नुकसान हो रहा है. अमेरिका द्वारा प्रस्तावित संघर्ष विराम पर पुतिन की शर्तें यह दर्शाती हैं कि रूस किसी भी अस्थायी समाधान के पक्ष में नहीं है, बल्कि वह एक स्थायी शांति प्रक्रिया की दिशा में आगे बढ़ना चाहता है. हालांकि, आने वाले दिनों में युद्ध के मैदान में क्या बदलाव होंगे, यह देखने लायक होगा.