EBM News Hindi
Leading News Portal in Hindi

आज नाइजीरिया दौरे पर जाएंगे पीएम मोदी, जानें यात्रा से जुड़ी 5 बड़ी बातें



PM Modi Nigeria visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार 16 नवंबर को पहली बार अफ्रीकी देश नाइजीरिया के दौरे पर जाएंगे. वे राष्ट्रपति अहमद टिनूबू के न्योते पर नाइजीरिया जा रहे हैं. 17 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री नाइजीरिया दौरे पर जा रहे हैं. पीएम मोदी से पहले साल 2007 में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह नाइजीरिया दौरे पर गए थे. रविवार 17 नवंबर को पीएम मोदी प्रेसिडेंट अहमद टिनूबू से मुलाकात करेंगे. दोनों नेताओं के बीच भारत-नाइजीरिया के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा होगी. पीएम मोदी नाइजीरिया की राजधानी अबुजा में भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित करेंगे.

भारत नाइजीरिया के बीच ऐतिहासिक संबंध

2007 में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की नाइजीरिया यात्रा के दौरान भारत और नाइजीरिया के संबंधों को “रणनीतिक साझेदारी” का दर्जा दिया गया. तब से, दोनों देशों के रिश्ते शिक्षा, स्वास्थ्य, रक्षा, और व्यापार के क्षेत्रों में निरंतर प्रगाढ़ होते गए हैं. भारतीय शिक्षक और डॉक्टर नाइजीरिया में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं. इसके अलावा, भारतीय रक्षा अधिकारियों ने नाइजीरिया की नेशनल डिफेंस एकेडमी और नेवल वॉर कॉलेज की स्थापना में भी सहयोग किया, जिससे दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग का रिश्ता और मजबूत हुआ है.

इसे भी पढ़ें: अस्पताल में लगी आग, झुलसकर 10 बच्चों की मौत

भारत-नाइजीरिया के बीच आर्थिक सहयोग

नाइजीरिया में लगभग 60,000 भारतीयों का एक बड़ा समुदाय है, जो इसे पश्चिम अफ्रीका में भारतीय प्रवासियों का सबसे बड़ा केंद्र बनाता है. ये भारतीय नाइजीरिया की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभा रहे हैं. वहां करीब 200 भारतीय कंपनियां सक्रिय हैं, जिन्होंने लगभग 27 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है. इन कंपनियों ने रोजगार के बड़े अवसर प्रदान किए हैं और वे नाइजीरिया में सरकार के बाद सबसे बड़े काम देने वाले संगठन के रूप में स्थान रखती हैं.

नाइजीरिया के विकास में भारत की अहम भूमिका

भारत नाइजीरिया के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. भारत ने नाइजीरिया को 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर का रियायती ऋण प्रदान किया है और साथ ही कई छात्रवृत्तियां भी दी हैं. भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग (ITEC) कार्यक्रम के तहत नाइजीरिया के नागरिकों को ट्रेनिंग के अवसर प्राप्त होते हैं. 1970 के दशक से अब तक लगभग 27,500 नाइजीरियाई इस कार्यक्रम का लाभ उठा चुके हैं.

इसे भी पढ़ें: दिवाली पार्टी में मांसाहार और शराब परोसने पर ब्रिटिश पीएम कार्यालय ने मांगी माफी

स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भारत का नाइजीरिया को सहयोग

भारत नाइजीरियाई नागरिकों के लिए उच्च शिक्षा और उन्नत चिकित्सा उपचार का एक प्रमुख केंद्र है. भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन, आईसीसीआर, और ई-विद्या भारती और ई-आरोग्य भारती जैसे कार्यक्रमों के तहत हर साल कई नाइजीरियाई छात्रों को छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं. इन पहल से न केवल शैक्षिक और स्वास्थ्य सुविधाओं में सहयोग बढ़ता है, बल्कि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और व्यक्तिगत संबंध भी मजबूत होते हैं.

भारत और नाइजीरिया एक-दूसरे को क्या लेते और देते हैं?

नाइजीरिया भारत से दवाइयां और बाइक आयात करता है.

भारत नाइजीरिया से तेल, गैस और उर्वरक आयात करता है.

इसे भी पढ़ें: 27 साल की कैरोलिन लेविट बनीं व्हाइट हाउस की सबसे युवा प्रेस सचिव