भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) ने एक बार फिर अपने शानदार प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया है. अगस्त 2025 के लिए उन्हें ICC मेंस प्लेयर ऑफ द मंथ चुना गया है. इस दौड़ में सिराज को न्यूजीलैंड के मैट हेनरी और वेस्टइंडीज के जायडन सील्स जैसी दिग्गज गेंदबाजों से कड़ी चुनौती मिली, लेकिन अंत में भारतीय पेसर ने बाजी मार ली. इंग्लैंड दौरे पर उनका दमदार प्रदर्शन इस उपलब्धि की बड़ी वजह रहा.
इंग्लैंड सीरीज के नायक बने सिराज
भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई 5 टेस्ट मैचों की एंडरसन-तेंदुलकर सीरीज 2-2 से ड्रॉ रही. इस सीरीज में मोहम्मद सिराज भारत की ओर से सबसे सफल गेंदबाज साबित हुए. उन्होंने 9 पारियों में कुल 23 विकेट चटकाए. सिराज का प्रदर्शन सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने निर्णायक मौकों पर टीम इंडिया को मैच में वापसी दिलाई. सीरीज में सिराज ने 2 बार पांच-पांच विकेट झटके, जबकि एक बार चार विकेट लिए. 32.43 की औसत और लगातार विकेट लेने की लय ने उन्हें इंग्लैंड की बल्लेबाजी लाइनअप के लिए सबसे बड़ी चुनौती बना दिया.
ओवल टेस्ट का जादुई स्पेल
अगस्त 2025 में सिराज ने जो सबसे यादगार प्रदर्शन किया, वह ओवल टेस्ट में देखने को मिला. इस मैच में उन्होंने दोनों पारियों को मिलाकर 9 विकेट चटकाए. 21.11 की औसत से लिए गए ये विकेट भारत के लिए बेहद अहम साबित हुए. सिराज के इस दमदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने ओवल टेस्ट जीतकर सीरीज को बराबरी पर समाप्त किया. यही मैच उनके लिए ‘प्लेयर ऑफ द मंथ’ जीतने का टर्निंग पॉइंट भी बना. आंकड़ों के मुताबिक, सिराज इस सीरीज में सबसे ज्यादा 1113 गेंदें फेंकने वाले खिलाड़ी भी रहे, जिसने उनकी फिटनेस और निरंतरता को उजागर किया.
लगातार भरोसे पर खरे उतरे
सिराज सीरीज में इकलौते भारतीय तेज गेंदबाज थे जिन्होंने सभी पांच टेस्ट मैच खेले. यह अपने आप में दर्शाता है कि टीम मैनेजमेंट उनके फिटनेस और कौशल पर कितना भरोसा करता है. उन्होंने जेम्स एंडरसन, जो रूट और बेन स्टोक्स जैसे बड़े नामों को कई बार पवेलियन भेजकर अपनी काबिलियत साबित की. उनका योगदान सिर्फ विकेट लेने तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने लंबे-लंबे स्पेल डालकर बाकी गेंदबाजों पर दबाव कम किया और मैच में संतुलन बनाए रखा.
सिराज की भावनाएं और बयान
अवॉर्ड मिलने के बाद मोहम्मद सिराज ने खुशी जाहिर करते हुए कहा “ये अवॉर्ड मेरे लिए बहुत स्पेशल है. एंडरसन-तेंदुलकर सीरीज हमेशा यादगार रहेगी, क्योंकि दोनों टीमों के बीच बेहद कांटे का मुकाबला हुआ. ये सम्मान सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि टीम इंडिया के सपोर्ट स्टाफ और मेरे सभी साथियों का है, जिन्होंने मुझ पर भरोसा बनाए रखा. भारत की जर्सी पहनकर मेरा इरादा हमेशा यही रहता है कि मैं टीम के लिए अपना 100% दूं.” सिराज के इस बयान ने साफ कर दिया कि वे व्यक्तिगत उपलब्धियों से ज्यादा टीम की सफलता को अहमियत देते हैं.
भारत को मिली मजबूत तेज गेंदबाजी की ताकत
मोहम्मद सिराज का ये अवॉर्ड भारत की तेज गेंदबाजी यूनिट के लिए भी बड़ी उपलब्धि है. जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और उमेश यादव जैसे सीनियर गेंदबाजों के बाद सिराज अब टीम के प्रमुख पेसर के रूप में खुद को स्थापित कर चुके हैं. इंग्लैंड जैसी कठिन परिस्थितियों में उन्होंने जिस अंदाज में गेंदबाजी की, उसने भारतीय तेज आक्रमण को और भी मजबूत बना दिया. उनकी निरंतरता और स्पेल में विकेट लेने की क्षमता भारत के लिए भविष्य में भी गेम-चेंजर साबित हो सकती है.
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