When and How Asia Cup Started: एशियन क्रिकेट का सबसे बड़ा टूर्नामेंट यानी एशिया कप (Asia Cup) फैंस के लिए किसी बड़े त्योहार से कम नहीं है. एशियाई टीमों के फैंस इस टूर्नामेंट का बेसब्री से इंतजार करते हैं. अगर बात इसके इतिहास की हो तो यह टूर्नामेंट 41 साल पहले 1984 में शुरु हुआ. एशिया कप 2025 की शुरुआत 9 सितंबर से दुबई में होने जा रही है. लेकिन क्या आपको पता है कि एशिया कप की नींव एक दिलचस्प और बदले की भावना से रखी गई थी? इसका किस्सा 1983 वर्ल्ड कप से जुड़ा है, जहां से भारतीय क्रिकेट ने नई ऊंचाइयों को छुआ और एशिया कप का जन्म हुआ.
NKP साल्वे का गुस्सा
भारत ने कपिल देव की कप्तानी में 1983 वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रचा. लेकिन इसी जीत के दौरान एक घटना ने तत्कालीन BCCI अध्यक्ष NKP साल्वे को गुस्से से भर दिया. दरअसल, 25 जून 1983 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए फाइनल में उन्हें स्टेडियम में प्रवेश की अनुमति नहीं मिली. अपनी ही टीम के फाइनल मैच को मैदान से न देख पाने का दुख साल्वे के लिए किसी अपमान से कम नहीं था. यही घटना उनके मन में इंग्लैंड के खिलाफ बदले की आग भर गई.
इंग्लैंड से वर्ल्ड कप छीनने की ठानी
साल्वे ने तय कर लिया कि अब क्रिकेट वर्ल्ड कप को इंग्लैंड के बाहर आयोजित कराना है. उस दौर में इंग्लैंड क्रिकेट की शक्ति का केंद्र था और वर्ल्ड कप हमेशा वहीं आयोजित होता था. साल्वे को पता था कि यह काम आसान नहीं है, लेकिन उन्होंने ठान लिया कि भारत की ताकत और एशियाई क्रिकेट की एकजुटता से इसे संभव बनाया जा सकता है.
पाकिस्तान बना भारत का साथी
इस योजना में सबसे पहले पाकिस्तान ने भारत का साथ दिया. साल्वे ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के उस समय के प्रमुख नूर खान से बात की और उन्हें अपने साथ कर लिया. यह कदम ऐतिहासिक था क्योंकि भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैदान पर भले ही कट्टर प्रतिद्वंद्वी रहे हों, लेकिन इस मुद्दे पर दोनों देशों ने मिलकर क्रिकेट की राजनीति को नया मोड़ दिया.
एशियन क्रिकेट कॉन्फ्रेंस का गठन
भारत और पाकिस्तान के बाद श्रीलंका भी इस मुहिम का हिस्सा बना. श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के हेड गामिनी दिसानायके ने साल्वे और नूर खान का साथ दिया. नतीजतन, 19 सितंबर 1983 को नई दिल्ली में एशियन क्रिकेट कॉन्फ्रेंस (ACC) का गठन हुआ. यही संगठन आगे चलकर एशियन क्रिकेट काउंसिल(ACC) के नाम से जाना गया और एशिया कप की शुरुआत हुई. ACC के पहले अध्यक्ष भी भारत के NKP साल्वे बने.
1984 में शुरू हुआ एशिया कप
ACC के गठन के एक साल बाद 1984 में शारजाह में पहला एशिया कप खेला गया. इसमें भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका ने हिस्सा लिया. यह टूर्नामेंट न सिर्फ क्रिकेट का उत्सव बना बल्कि इसने साबित किया कि एशियाई देश मिलकर क्रिकेट की दुनिया में बड़ा बदलाव ला सकते हैं. भारत ने पहला एशिया कप जीतकर अपनी बादशाहत कायम की.
ACC के मेंबर देश
ACC की शुरुआत में भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका साथ आए थे. लेकिन बाद में बांग्लादेश और अफगानिस्तान भी पूर्ण सदस्य के रुप में इसका हिस्सा बन गए. आज एशियन क्रिकेट काउंसिल में कुल 30 देशों का साथ है. जिसमें यूएई, नेपाल और ओमान भी शामिल है.
ये भी पढ़ें-
जो भी जरूरी होगा करूंगा, एशेज सीरीज को लेकर पैट कमिंस ने दिया बड़ा बयान
Women’s World Cup 2025: वर्ल्ड कप के लिए साउथ अफ्रीका ने किया टीम का ऐलान, इस खिलाड़ी के हाथ में कमान
CSK में एन श्रीनिवासन की वापसी, इस भूमिका को निभाते हुए आएंगे नजर