Ajinkya Rahane on Mohammad Siraj : अजिंक्य रहाणे ने इंग्लैंड में हाल ही में समाप्त हुई पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में मोहम्मद सिराज के शानदार प्रदर्शन की जमकर तारीफ की. हैदराबाद के स्पीड स्टार ने सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लिए. उन्होंने पांच मैचों में 32.43 की औसत से कुल 23 विकेट झटके. विकेट लेने के अलावा सबसे खास बात यह रही कि उन्होंने सीरीज के सभी मैच खेले और कुल 1113 गेंदें फेंकीं, लेकिन इसके बावजूद उनके हावभाव से कहीं भी थकान जैसा नहीं नजर आया. हालांकि बातचीत के दौरान रहाणे ने याद किया कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2020-21 में अपने डेब्यू टेस्ट सीरीज के दौरान सिराज उनसे नाराज भी हो गए थे.
रहाणे ने 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर विराट कोहली के भारत लौटने की वजह से आखिरी तीन मैचों में टीम की कप्तानी की थी. उन्हीं कप्तानी में सिराज ने डेब्यू किया था. रहाणे ने बताया कि सिराज इस बात से निराश थे कि उन्हें गेंदबाजी करने के लिए देर से आक्रमण में लाया गया. रहाणे ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “मुझे सिराज के बारे में जो सबसे अच्छा लगता है, वह यह कि उन्हें हमेशा लंबा स्पेल डालना पसंद है. 2020-21 की सीरीज में भी वह उसी तीव्रता से लंबा स्पेल डालने के लिए तैयार थे. ऑस्ट्रेलिया में जब उन्होंने डेब्यू किया था, तब वह मुझसे नाराज हो गए थे क्योंकि मैंने उन्हें काफी देर से गेंदबाजी के लिए लगाया था.”
रहाणे ने आगे कहा, “आज भी उसके अंदर वह गुस्सा है. यही गुस्सा मोहम्मद सिराज के खेल में सर्वश्रेष्ठ निकालकर लाता है. हमने इंग्लैंड सीरीज में भी यह देखा. उसकी गेंदबाजी में आक्रामकता और वह तीव्रता, पहली ही गेंद से वह पूरी तरह तैयार रहते हैं. यह एक महान गेंदबाज की खासियत है.”
हमेशा तैयार रहते हैं सिराज
रहाणे के मुताबिक, सिराज का आक्रामक रवैया और तीव्रता उन्हें और भी खतरनाक गेंदबाज बनाती है. सिराज दुनिया के उन गिने-चुने तेज गेंदबाजों में से एक हैं, जो अपनी पहली ही गेंद से पूरी तरह वार्मअप नजर आते हैं. रहाणे ने कहा, “कभी-कभी कुछ गेंदबाजों को वार्मअप होने में 8-10 गेंदें लगती हैं. कुछ को दो गेंदें लगती हैं. लेकिन सिराज हमेशा तैयार रहते हैं. जेम्स एंडरसन की तरह, वह पहली ही गेंद से तैयार रहते हैं. यहां तक कि अपने स्पेल के आठवें या नौवें ओवर में भी उनके अंदर वही आक्रामकता और तीव्रता रहती है. यही एक महान गेंदबाज की खूबी है.”
बुमराह की गैरमौजूदगी में सिराज ने संभाली कमान
रहाणे ने बताया कि सिराज ने ज्यादा जिम्मेदारी लेना सीख लिया है, खासकर जब जसप्रीत बुमराह गेंदबाजी आक्रमण का हिस्सा नहीं होते. उन्होंने कहा, “मैंने उनके खेल में एक बदलाव देखा है, अब वह अपने फील्ड को लेकर आत्मविश्वासी हैं. जब कोई गेंदबाज कप्तान से कहता है, ‘मुझे यह फील्ड दीजिए’, तो कप्तान के लिए चीजें आसान हो जाती हैं. इस सीरीज में, बुमराह के न होने पर जिम्मेदारी ने उनकी मदद की.”
इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज शुरू होने से पहले ही यह साफ हो गया था कि जसप्रीत बुमराह वर्कलोड मैनेजमेंट के कारण सिर्फ तीन टेस्ट खेलेंगे. जिन दो टेस्ट में दुनिया के नंबर 1 टेस्ट गेंदबाज़ बुमराह नहीं खेले, उनमें सिराज ने जिम्मेदारी उठाई और पेस अटैक की अगुवाई की. पांच मैचों की सीरीज में सिराज ने 185 से ज्यादा ओवर फेंके. यहां तक कि एजबेस्टन में खेले गए दूसरे टेस्ट की पहली पारी में, बुमराह की गैरमौजूदगी में सिराज ने छह विकेट हासिल किए. एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में अपने प्रदर्शन की बदौलत सिराज आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में 15वें स्थान पर पहुंच गए. ओवल टेस्ट में उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया.
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