IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला लंदन के ओवल मैदान पर खेला जा रहा है और मुकाबला रोमांचक मोड़ पर है. सीरीज पहले से ही काफी उतार-चढ़ाव भरी रही है, लेकिन अब जब आखिरी टेस्ट का वक्त आया तो प्लेइंग XI के चयन को लेकर बहस तेज हो गई है. टीम इंडिया के द्वारा लिए गए कुछ फैसलों पर दिग्गज क्रिकेटरों ने सवाल खड़े किए हैं, जिनमें सबसे बड़ा नाम है पूर्व भारतीय कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर का.
गावस्कर ने खास तौर पर स्पिनर कुलदीप यादव को प्लेइंग इलेवन में शामिल न करने पर हैरानी जताई है. उन्होंने कहा कि कुलदीप जैसे गेंदबाज़, जो हवा में गेंद को वैराइटी देने की क्षमता रखते हैं, उन्हें ऐसे मौके पर बाहर बैठाना चौंकाने वाला है. साथ ही ओपनिंग बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल की हालिया फॉर्म और फुटवर्क को लेकर भी उन्होंने चिंता जताई है.
IND vs ENG: कुलदीप नहीं खिलाने से गावस्कर नाखुश
ओवल टेस्ट से पहले तमाम अटकलें लगाई जा रही थीं कि टीम इंडिया शायद इस बार कुलदीप यादव को मौका दे सकती है. इंग्लैंड में लगातार फ्लैट और बैटिंग फ्रेंडली विकेट्स के बावजूद, टीम ने तेज गेंदबाजों को प्राथमिकता दी. ओवल में भी कप्तान शुभमन गिल ने पहले ही यह साफ कर दिया था कि पिच पर “ग्रीन टॉप” है, यानी वहां स्पिनरों को बहुत ज्यादा मदद नहीं मिलेगी. लेकिन इसके बावजूद गावस्कर मानते हैं कि कुलदीप जैसे स्पिनर से इन कंडीशन्स में वैरायटी मिल सकती थी.

गावस्कर का मानना है कि, “कुलदीप यादव हवा में विविधता ला सकते थे. पिच से मदद न मिलने के बावजूद उनका गेंदबाजी करने का तरीका टीम के लिए असरदार हो सकता था.”
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह टीम प्रबंधन के फैसले के साथ हैं. उन्होंने कहा, “टीम ने कंडीशन्स को देखकर ही प्लेइंग XI तैयार की होगी और उन्हीं को मैदान पर उतरना है, लिहाजा अंतिम निर्णय का सम्मान होना चाहिए.”
कुलदीप यादव के लिए यह पूरी सीरीज़ बेहद निराशाजनक रही है. एक बार भी उन्हें मौका नहीं मिला, जबकि कई मौकों पर विपक्षी टीम के बल्लेबाजों ने भारत के तेज गेंदबाजों को संभाल लिया और वहां एक स्पेशलिस्ट स्पिनर की कमी साफ दिखी. कुलदीप की गूगली और फ्लाइटेड गेंदें, खास तौर पर लेफ्ट-हैंडर्स के खिलाफ असरदार हो सकती थीं.
यशस्वी के फुटवर्क और आत्मविश्वास पर उठे सवाल
टीम इंडिया के लिए दूसरी बड़ी चिंता ओपनिंग बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल की गिरती फॉर्म है. जहां सीरीज़ के शुरुआती मैचों में उन्होंने शतक और अर्धशतक जड़े, वहीं हाल के मुकाबलों में उनका आत्मविश्वास डगमगाता नजर आ रहा है. ओवल टेस्ट की पहली पारी में यशस्वी सिर्फ 2 रन बनाकर गस एटकिंसन की गेंद पर आउट हो गए.

सुनील गावस्कर ने यशस्वी की तकनीक पर सवाल उठाते हुए कहा, “यशस्वी के कॉन्फिडेंस में शायद कहीं कमी दिख रही है. वो फ्रंटफुट पर उतना आगे नहीं आ रहे, जितना उन्हें आना चाहिए. इसी वजह से वो अपनी शुरुआत को बड़ी पारियों में नहीं बदल पा रहे हैं.”
यशस्वी ने इस इंग्लैंड दौरे पर अब तक 9 पारियां खेली हैं जिसमें उन्होंने क्रमशः 101, 4, 87, 28, 13, 0, 58, 0 और 2 रन बनाए हैं. उनका औसत 32.55 का रहा है, जो एक उभरते हुए खिलाड़ी के लिए बुरा नहीं कहा जा सकता, लेकिन गिरता फॉर्म चिंता का विषय जरूर बन गया है.
लीड्स टेस्ट में शानदार शतक के बाद, उनसे उम्मीदें काफी बढ़ गई थीं. लेकिन बर्मिंघम और मैनचेस्टर की अर्धशतकीय पारियों के बाद वह निरंतरता नहीं दिखा पाए. मैदान पर फील्डिंग में भी वह कुछ कैच छोड़ चुके हैं, जिससे उनके आत्मविश्वास में और गिरावट देखी गई है. ऐसे में उनके प्रदर्शन पर सवाल उठना लाजिमी है.
गावस्कर ने कहा कि यशस्वी में टैलेंट की कोई कमी नहीं है, “वो एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं. बस उन्हें अपनी तकनीक पर थोड़ा और ध्यान देना होगा, खासकर फुटवर्क को लेकर. यह एक युवा खिलाड़ी के करियर का हिस्सा होता है, लेकिन इससे जल्दी बाहर निकलना जरूरी है.”
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