IND W vs ENG W 4th T20I: इंग्लैंड में भारतीय क्रिकेटरों का ही जलवा दिख रहा है. अंडर 19 टीम के बाद महिला टीम ने सीरीज पर कब्जा जमाया है. भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की सीरीज में इंडियन वीमेंस टीम का चौथा मैच जीतकर पहली बार इंग्लैंड में टी20 शृंखला जीतने का इतिहास रचा है. इस सीरीज का आखिरी मैच 12 जुलााई को 12 जुलाई को खेला जाएगा. 9 जुलाई को मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले गए मुकाबले में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 126 रन बनाए, जिसे भारत ने 17 ओवर में 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया. भारतीय गेंदबाज राधा यादव की फिरकी के सामने इंग्लिश बल्लेबाज लट्टू की तरह नाचीं, उन्होंने 4 ओवर में मात्र 15 रन देकर 2 विकेट, इसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब दिया गया.
चौथे टी20 मुकाबले में इंग्लैंड महिला टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी, लेकिन उनकी शुरुआत खराब रही. पावरप्ले में ही टीम ने 38 रन पर दो विकेट गंवा दिए. भारत की स्पिन जोड़ी राधा यादव और एन श्री चरणी ने इंग्लिश बल्लेबाजों को बुरी तरह परेशान किया. इन दोनों ने मिलकर आठ ओवर में सिर्फ 45 रन देकर चार विकेट चटकाए और विपक्षी टीम को बड़ा स्कोर बनाने से रोका. इंग्लैंड का कोई भी बल्लेबाज 25 रन से ज्यादा नहीं बना सका. इंग्लैंड की पूरी पारी 20 ओवर में 7 विकेट पर 126 रन तक ही पहुंच पाई, जिसमें सोफिया डंकले ने सबसे ज्यादा 22 रन बनाए, जबकि कप्तान ब्यूमोंट ने 20, ऐलिस कैप्सी ने 18 और पेज स्कोलफील्ड ने 16 रनों का योगदान दिया. पारी के अंत में सोफी एक्लेस्टोन ने दो छक्कों और एक चौके की मदद से स्कोर को थोड़ा संभाला.
भारतीय ओपनर्स ने रखी जीत की नींव
127 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय महिला टीम को स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा की ओपनिंग जोड़ी ने आक्रामक शुरुआत दिलाई. दोनों ने मिलकर पहले 7 ओवर में 56 रन जोड़े और जीत की मजबूत नींव रखी. मंधाना ने 31 गेंदों में 32 जबकि शेफाली ने 19 गेंदों पर 31 रन बनाए. इसके बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर (26 रन) और जेमिमा रोड्रिग्स (नाबाद 24 रन) ने संयम से खेलते हुए टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया. भारत ने 17 ओवर में ही मुकाबला छह विकेट से अपने नाम कर लिया और 18 गेंदें शेष रहते सीरीज पर भी कब्जा जमा लिया.
इंग्लैंड के लिए अब सिर्फ सम्मान बचाने का मौका
इस जीत के साथ भारत ने पांच मैचों की टी20 सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है. अब 12 जुलाई को होने वाला अंतिम मुकाबला सिर्फ औपचारिकता भर रह गया है, जिसे जीतकर इंग्लैंड अपनी प्रतिष्ठा बचाने की कोशिश करेगा. इस मुकाबले में भारत के लिए गेंदबाजों ने दबदबा बनाया तो बल्लेबाजों ने उसे बखूबी अंजाम तक पहुंचाया. खासतौर पर स्पिन विभाग की धार ने इंग्लैंड की बल्लेबाजी को पूरी तरह जकड़ लिया, जिससे वे कभी भी मैच में पैर नहीं जमा पाए. भारतीय टीम 2006 से इंग्लैंड में टी20 सीरीज खेल रही है और पहली बार उसने 2 या उससे ज्यादा मैचों की शृंखला जीती है.
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