डीएम ने चौपाल लगाकर सुनी लोगो की समास्याए
रिपोर्टर – अभिषेक उपाध्याय
आज जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा द्वारा सिरकोनी विकास खण्ड के कुड़वा, परियावा ग्राम सभा के प्राइमरी स्कूल में चौपाल लगा कर आम जनता की समस्याएं सुनी गयी और सम्बंधित अधिकारी को समस्या का जल्द से जल्द निस्तारण करने का निर्देश दिया गया।
शौचालय के संदर्भ में ग्रामसभा द्वारा बताया गया कि ग्राम सभा मे बनाये गये शौचालय की संख्या 119 है, शौचालयों का निर्माण हेतु सर्वे किया जा चुका है उसको भी शीघ्र पूरा कर लिया जायेगा। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाये गये एक लाभार्थी अनिल के आवास को देखा गया और संतोष व्यक्त किया गया। अन्य योजना की जानकारी प्राप्त की गयी, जिसके संदर्भ में बताया गया कि विधवा पेंशन 09, वृद्धा पेंशन 18, विकलांग पेंशन 03, कुल संख्या 30 है और 80 नये नाम दर्ज किये गये है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत 1596 किसानों को पैसा भेज दिया गया है। ग्रामीणों को कोटेदार द्वारा दिये जा रहे राशन पर संतोष वक्त किया गया, जिस पर कोटेदार को भविष्य में अच्छे से काम करने की सलाह दी गयी।
हरिजन बस्ती में बिजली की सप्लाई के संदर्भ में शिकायत व्यक्त की गई, जिसके संदर्भ में एस०डी०ओ० से स्पष्टीकरण मांगते हुए वेतन रोकने का आदेश दिया गया और जे0ई0 को निर्देशित किया गया कि जितने भी जर्जर तार है उनको शीघ्र बदले और ग्राम सभा का सर्वे कर प्रत्येक ग्रामवासी को बिजली कनेक्शन दिलाये। एक अन्य शिकायत कर्ता विश्वनाथ द्वारा बताया गया कि यूरिया खाद निर्धारित मूल्य 266.50 से अधिक 300 रुपये में मिल रही है जिसके संदर्भ में निर्देशित किया गया कि शिकायतकर्ता द्वारा शिकायत की जाँच कर उस दूकान के प्रति कठोर कारवाही किया जाय।
गाँव मे रोड सम्बंधित शिकायते अधिक मिली, ग्राम प्रधान द्वारा पीने के पानी की समस्या को दूर करने के लिए 25 हैंडपंपों की जरूरत बताई गई, जिसपर डी०पी०आर०ओ० को निर्देशित किया गया कि ग्रामसभा में पानी की टंकी के लिए सर्वे कर भूमि चिन्हित कर लिया जाए और पानी टंकी बनाने का कार्य अविलंब प्रारंभ करे। कहा गया कि ग्रामसभा में सरकारी जमीन पर कब्जा हटाकर उसपर खेल का मैदान, रनिंगट्रैक बनवाये जाए।
उपस्थित ग्रामीणों से अपील किया गया कि जिन लोगों ने अभी तक कोविड-19 का टीका नही लगवाया है, अपने नजदीक के बूथ पर जल्द से जल्द टीकाकरण करा ले। चौपाल में उपस्थित सभी अधिकारियो को निर्देशित किया गया कि अपना काम ईमानदारी और जिम्मेदारी से करे, अन्यथा दोषी पाए जाने वाले अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।