Coronavirus: बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर की घोर लापरवाही आई सामने, लखनऊ में FIR दर्ज
लखनऊ। Coronavirus : सैकड़ों लोगों को संकट में डालने वाली कोरोना वायरस पॉजिटिव बॉलीवुड गायिका कनिका कपूर के खिलाफ शुक्रवार देर रात लखनऊ में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। कनिका के खिलाफ कोरोना वायरस की जानकारी छिपाने समेत आईपीसी की तीन धाराओं में हजरतगंज, सरोजनीनगर और गोमतीनगर थाने में सीएमओ की ओर से मामला दर्ज कराया गया है।
कनिका कपूर के खिलाफ आइपीसी की धारा 188, 269 व 270 के तहत मामला दर्ज कराया गया है। यूपी में इस समय महामारी कानून धारा 188 के तहत ही लागू है। आईपीसी की धारा 269 जानबूझकर लापरवाही बरतते हुए किसी अन्य व्यक्ति के जीवन पर खतरा पहुंचाने के लिए लगाई गई है। यह एक जमानती अपराध है। इसमें छह महीने या इससे अधिक की सजा या जुर्माना दोनों का प्रावधान है। आइपीसी की धारा-270 कोरोना के संदिग्ध व्यक्ति या उसके संपर्क में आए किसी भी व्यक्ति के स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार जांच न करवाने के लिए लगाई गई है। कनिका पर जानबूझकर संक्रमण फैलाने का आरोप लगा है। इस धारा में दो साल तक के कारावास या जुर्माने का प्रावधान है।
बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर की घोर लापरवाही के कारण लखनऊ में बड़ी आबादी संकट में है। विदेश से वापसी के बाद वह सरकार की एडवाइजरी दरकिनार कर बेरोकटोक पार्टियां करती रहीं। उनके जश्न में अफसरों से लेकर राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समेत बड़े नेताओं का जमावड़ा हुआ। राज्य सरकार ने कोरोना वायरस से संक्रमित गायिका कनिका कपूर के तीन कार्यक्रमों में शामिल होने वाले लोगों को चिह्नित कर उनको आइसोलेशन में रखने का निर्देश दिया है। इन व्यक्तियों की स्वास्थ्य संबंधी सभी जरूरी जांचें कराने का भी निर्देश दिया है। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, मंडलायुक्त लखनऊ, निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, पुलिस कमिश्नर लखनऊ व कानपुर के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को यह निर्देश दिए गए हैं।
शुक्रवार सुबह बॉलीवुड गायिका कनिका कपूर की किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में जांच के बाद वायरस की पुष्टि होने पर लखनऊ से लेकर दिल्ली तक खलबली मच गई। संपर्क में आए कई मंत्री, अफसर खुद ही घरों में क्वांरटाइन हो गए। हालात में 31 मार्च तक लॉकडाउन जैसी स्थिति घोषित कर दी गई है। दरअसल, कनिका कपूर लंदन गई थीं। वह 11 मार्च को लखनऊ लौटी थीं। विदेश से आने के बावजूद सरकार की तय एडवाइजरी को दरकिनार कर दिया।