Bihar Election Express: मुजफ्फरपुर. बिहार विधानसभा चुनाव में क्षेत्र की समस्या जानने के लिए प्रभात खबर इलेक्शन एक्सप्रेस हर रोज जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्र का भ्रमण कर रहा है. इसी क्रम में अंतिम दिन सोमवार को नगर विधानसभा क्षेत्र में पहुंचा. यहां चौपाल से पूर्व कई चौक-चौराहों पर स्थानीय लोगों से संवाद कर उनकी समस्याएं जानी गयी और उनसे क्षेत्र में हुए विकास और समस्याओं पर राय ली गयी. सबसे पहले पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने अपना विजन जनता से साझा किया. इसके बाद जनता ने विभिन्न जनप्रतिनिधियों के सामने अपने सवाल रखे. सबसे अधिक सवाल वर्तमान विधायक विजेंद्र चौधरी के कार्यों को लेकर था. जनता ने पूछा कि पिछले पांच साल में विधायक ने कौन-सा पांच काम किया है, उसका ब्योरा जनता के सामने रखे. राजद नेता और एमएलसी मो कारी शोएब ने कहा कि पिछले 20 वर्षां में बिहार सरकार ने मुजफ्फरपुर के लिए कितना फंड दिया, इसकी जानकारी सार्वजनिक होनी चाहिए. मुजफ्फरपुर की जो भी समस्या है, वह तेजस्वी यादव के सरकार बनते ही दूर हो जायेगी. वह सावन में गरीबनाथ मंदिर में लगने वाले मेले को राष्ट्रीय मेला का दर्जा दिलवायेंगे. लोगों ने शहर की कई सड़कों का निर्माण नहीं होने और स्मार्ट सिटी के तहत किये जा रहे कार्यों के बारे में भी सवाल किया.
पताही एयरपोर्ट के विस्तार का उठा मुद्दा
अब्दुल मजीद ने भाजपा नेता रंजन कुमार से पूछा कि एनडीए सरकार कह रही है कि पताही से विमान उड़ेगा, लेकिन उसके लिये रनवे 2400 फीट चाहिये, अभी तक वहां 1200 फीट ही जमीन है. सरकार की जुमलेबाजी तो नहीं है. रंजन कुमार ने कहा कि यहां से 20 सीटों वाला विमान उड़ेगा, उसके लिये 1500 फीट का रनवे ही होता है. बाद में पताही हवाई अड्डा का पटना हवाई अड़्डा की तरह विस्तार किया जायेगा. कई लोगों ने पक्ष और विपक्ष के नेताओं से पूछा कि कांग्रेस से पहले मुजफ्फरपुर की सीट भाजपा के हाथ में थी. पिछले दस सालों में शहर में कितना विकास हुआ है, इसका जवाब दोनों नेताओं को देना चाहिये. पूर्व विधायक और वर्तमान विधायक अपने पांच प्रमुख काम जनता के बीच रखे. तभी उनका मूल्यांकन हो पायेगा. एक व्यक्ति ने शहर की नारकीय स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत करोड़ों रुपये खर्च किये गये, लेकिन शहर की बुनियादी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, इसके जिम्मेदार आखिर कौन हैं. हल्की बारिश में ही शहर डूब जाता है, इसके निदान के लिये किस तरह के प्रयास किये गये. चौपाल में पक्ष और विपक्ष नेताओं से जनता ने सवालों की झड़ी लगा दी. विभिन्न दल के नेताओं ने लोगों के सवालों के जवाब दिये.
क्या बोले नेता
पिछले 20 वर्षो से बिहार में एनडीए की सरकार है. यहां के दो विधायक मंत्री भी है. स्थानीय सांसद केंद्र में मंत्री है. इसके बावजूद मुजपफरपुर की स्थिति बदतर है. इसका जवाब एनडीए नेताओं को देना चाहिए. यहां स्मार्ट सिटी का क्या काम हुआ है, उसे जनता समझती है. सूतापट्टी के दुकानदार परेशान हैं. बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति तानाशाह की तरह काम कर रहे हैं. छात्र आंदोलन करने पर विवश हैं, शहर की उपेक्षा बंद होनी चाहिए.
मो कारी शोएब, एमएलसी सह राजद नेता
नगर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का उम्मीदवार जीतता है तो शहर स्वच्छ और सुंदर बनेगा. जलजमाव और जाम से मुक्ति मिलेगी. स्वासथ्य व्यवस्था और सदृढ़ होगी. शहर में खेल मैदान, स्टेडियम और पार्क बनाया जायेगा. सरकारी विद्यालयों में शिक्षा और मजबूत होगी. शहर में रोजगार सृजन की नयी व्यवस्था की जायेगी. महिलाओं की सुरक्षा अहम होगी और शहर के चारों ओर रिंग रोड का निर्माण कराया जायेगा
रंजन कुमार, भाजपा नेता
यहां के व्यवसायियों को प्रेाफेशनल टैक्स और ट्रेड लाइसेंस शुल्क भी देना पड़ रहा है. जनसुराज का प्रतिनिधि व्यवसायियों को ट्रेड लाइसेंस से मुक्ति दिलायेगा. शहर के लोग हमेशा से आरामपरस्त और मौनी बाबा विधायक चुनते रहे हैं, हमें मौका मिला तो हम शहर में सड़क और नाला की स्थिति दुरुस्त करेंगे. जलजमाव से मुक्ति दिलायेंगे. बेहतर शिक्षा और रोजगार के लिये सदन में अपनी आवाज बुलंद करेंगे
संजय केजरीवाल, जनसुराज नेता
शहर में विकास का पैमाना सिर्फ सड़क और नाला नहीं है. यहां के युवाओं को अच्छी शिक्षा और रोजगार चाहिये. पिछले 20 वर्षों यहां का बेटा विधायक नहीं बना है. हमें आयातित प्रतिनिधि नहीं चाहिये. इस बार बदलाव होगा और यहां की जनता ऐसा प्रतिनिधि चुनेगी, जो शहर के मुद्दों पर काम करे. यहां के लोगों की समस्याओं से निजात दिलाये. बेरोजगारों के लिये रोजगार का प्रबंध करे और शहर का विकास करे
सावन पांडेय, भाजपा नेता
समाजसेवी देवांशु किशोर हमेशा से समाज सेवा करते रहे हैं. कोरोना काल में वह लोगों की हर जरूरत में काम आये. मुजफ्फरपुर को वह मॉडल बनाना चाहते हैं, जहां सड़क, नाला और पेयजल की सुविधा के साथ लोगों को जाम से मुक्ति मिली. शहर के युवाओं को रोजगार के लिये उद्योग-धंधों का विकास हो. अगर उन्हें मौका मिलता है तो वह अपने संकल्प पर खड़े उतरेंगे और शहर को सुखी और खुशहाल बनायेंगे
अधिवक्ता राजीव कुमार, भाजपा नेता
शहर में विकास नहीं हुआ है. नगर निगम लोगों को शुद्ध पेयजल तक मुहैया नहीं करा रहा है. शिक्षा का स्तर ठीक नहीं है. एक बारिश में जब पूरा शहर डूब जाता है तो किस विकास की बात करेंगे. यहां स्कूलों का भवन जर्जर हो चुका है. शहर को एक ऐसा प्रतिनिधि चाहये, जो शहर की समस्याओं को समझे और उसके निदान के लिये काम करे. बीआरए बिहार विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाये
सूरज कुमार सिंह, भाकपा माले नेता
पांच प्रमुख मुद्दे
- स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत जल्द पूरे हो सभी काम
- शहर को मिले जाम से मुक्ति, जलजमाव का हो निदान
- बीआरए बिहार विश्वविद्यालय को दिया जाये केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा
- शहर की सड़कों का हो निर्माण, अतिक्रमण से मिले मुक्ति
- शहर में लगे उद्योग, बेरोजगारों को नहीं करना पड़े पलायन.
जनता की आवाज
स्मार्ट सिटी के तहत शहर में काम हुआ, लेकिन कहीं भी शौचालय नहीं बनवाया गया. खासकर मार्केट में शौचालय नहीं होने से लोगों को बड़ी परेशानी होती है
- संजय कुमार
नगर विधानसभा में पिछले पांच वर्षों में कोई भी काम नहीं हुआ है. विधायक को क्षेत्र के कामों से मतलब नहीं है. इस बार बदलाव होगा, नया प्रतिनिधि चुनेंगे. - सत्यप्रकाश भारद्वाज
मुजफ्फरपुर में विधायक ने कोई काम नहीं किया है. शहर में जलजमाव और जाम से लोग परेशान रहते हैं, लेकिन पांच सालों में इससे मुक्ति नहीं मिली है - डॉ अंकेश कुमार
सड़क, नाला और जलजमाव की स्थति जस की तस है. पांच वर्षों में जब इसका निदान नहीं हुआ तो आगे क्या उम्मीद करें. विधायक ने इस पर ध्यान नहीं दिया - आशीष श्रीवास्तव
यह विधानसभा क्षेत्र आइसीयू में है. यहां कोई काम नहीं किया गया. पांच साल निकल गये, लेकिन शहर की स्थिति नहीं सुधरी. यहां की जनता परेशान है - वेणी शाही
जब तक बदलाव नहीं होगा, शहर की सूरत नहीं बदलेगी. हमलोगों ने पांच साल देख लिया है. शहर की स्थिति पहले भी नारकीय थी और आज भी है. - शुभम ठाकुर
शहर की समस्याओं का निदान नहीं हुआ है. सड़क, नाला का हाल पहले जैसा ही है. अभी भी मुहल्लों में जलजमाव झेलनी पड़ती है. विकास नहीं हुआ है - अभिषेक सिंह
मुजफ्फरपुर में सभी काम ठीक चल रहा है. 2005 के बाद से शहर में तरक्की हुई है. लोगों को बुनियादी सुविधाएं मिल रही है. सभी काम बेहतर हो रहे हैं - छोटू दास
विधायक को शहर के विकास में रुचि नहीं है. पिछले पांच वर्षों में कोई काम नहीं हुआ है. यहां की जनता परेशान है. हमलोग इस बार बदलाव के लिये वोट देंगे - संजीव झा
शहर की मुख्य समस्या जलजमाव है. इससे यहां के लोगों को निजात नहीं मिली है. इससे यहां की जनता परेशान है. शहर को इससे मुक्ति मिलनी चाहिये- आशीष अग्रवाल
शहर में शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गयी है. इसे देखने वाला कोई नहीं है. विधायक को इस पर ध्यान देना चाहिये थे, लेकिन शिक्षा बेहतर करने में उनकी रुचि नहीं है - राणा रणविजय
शहर में अतिक्रमण, जाम और जलजमाव मुख्य समस्या है. पिछले पांच वर्षों में तो इसमें सुधार नहीं हुआ. हमलोग इससे काफी परेशान है, इससे मुक्ति मिले - राहुल आनंद
शहर में विकास का काम नहीं हुआ है. जैसा पहले था, वैसा आज भी है. यहां जलजमाव और जाम प्रमुख समस्या है. इसके निदान के लिये प्रयास नहीं हुआ - संजीव सहनी
चौराहे की बात
पक्की सराय चौक
प्रभात खबर इलेक्शन एक्सप्रेस ने चौपाल के अंतिम दिन नगर विधानसभा क्षेत्र के चौराहों पर कार्यक्रम का आयोजन किया. इस दौरान पक्की सराय चौक पर लोगों से बात कर उनकी समस्याएं जानी गयी और उनका मन टटोला गया. राजू नैयर ने कहा कि जलजमाव से मुक्ति दिलाने में नगर निगम विफल है. स्मार्ट सिटी में केवल लूट-खसोट है, काम कुछ नहीं हो रहा है. महापौर भी कुछ नहीं कर रही हैं. जलजमाव से आम आदमी परेशान है. दो दिन पूर्व की बारिश ने शहर की पोल खोल दी है. रामबाग में जलजमाव से नहर में डूबने के कारण दो बच्चों की मृत्यु हो गयी, इसका जिम्मेदार कौन है. शहर में काम नहीं हुआ है. हमलोग जलजमाव और जाम लगातार झेल रहे हैं. इस समस्या का समाधान हीं हो पा रहा है. शिक्षा और रोजगार की स्थिति भी किसी से छुपी नहीं है. युवा पलायन को मजबूर हैं. व्यवसायी अनिल कुमार ने कहा कि अब चुनाव नजदीक है तो अब सारे दल के प्रतिनिधि आयेंगे और लोगों को आश्वासन देंगे. शकील अहमद ने कहा कि विधायक पांच सालों में काम करते तो सड़क पर पानी नहीं लगता. ऐसी स्थिति नहीं रहती, लेकिन विधायक ने काम ही नहीं किया. इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है. सारे नेता सिर्फ वोट लेने के लिये आते हैं. जनता को उनसे मतलब नहीं रहता. जनप्रतिनिधि को अगर क्षेत्र की वास्तविक चिंता हो तो कभी कोई समस्या ही नहीं रहेगी
पानी टंकी चौक
विकास के नाम पर खोदी गयी सड़कें, शहर बदहालप्रभात खबर इलेक्शन एक्सप्रेस की टीम ने चौराहा कार्यक्रम के तहत पानी टंकी चौक पर लोगों से बात की और उनकी समस्याएं सुनी. यहां मोची का काम कर रहे दिनेश राम ने बताया कि वह पुरानी गुदड़ी में रहते हैं. वहां नाला नहीं है. सड़क पर जलजमाव हो जाता है. विधायक आते हैं और सब देख कर चले जाते हैं, लेकिन इस समस्या का समाधान नहीं करते. चुनाव के समय उन्होंने कई सारे वादे किये थे, लेकिन एक भी पूरा नहीं हुआ. पानी टंकी पासवान टोला के अवधेश कुमार ने कहा कि उनके क्षेत्र में भी नाला नहीं है. सड़क पर पानी लग जाता है. पांच सालों में इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया. विधायक हमलोगों की तरफ आते ही नहीं है, किससे शिकायत करें. इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. अकलू महतो ने बताया कि वह फेरी का काम करता है. बारिश के दिनों में जलजमाव के कारण उसका काम बंद हो जाता है. जलजमाव से यह पता ही नहीं चलता कि कहां सड़क है और कहां नाला. छात्र संजीव कुमार ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में शहर में कोई काम नहीं हुआ. बार-बार सड़क खोदी गयी. एक दो जगह नाला निर्माण को छोड़ दें तो कहीं कोई काम नहीं दिखता. कई स्कूल आज जर्जर भवन में चल रहे हैं, लेकिन उसकी मरम्मत नहीं की जाती. जूरन छपरा के रोड नं. एक से चार तक की सड़कें जर्जर है. उसे नहीं बनाया जाता है. यहां मरीजों और परिजनों की काफी भीड़ होती है. इसे दुरुस्त किया जाना चाहिए था.
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