चैनपुर. चैनपुर प्रखंड के उरू गांव में शहीद नायमन कुजूर की पुण्यतिथि मनायी गयी. मौके पर गांव में मेला का आयोजन हुआ, जिसमें विभिन्न गांवों के 35 खोड़हा दल शामिल हुए. मौके पर फुटबॉल प्रतियोगिता भी हुई, जिसमें 40 टीमों भाग लिया. मुख्य अतिथि झामुमो के केंद्रीय सदस्य रंजीत सिंह सरदार, नगर परिषद गुमला के पूर्व उपाध्यक्ष कलीम अख्तर व गुमला नगर अध्यक्ष मो लड्डन थे. अतिथियों ने सबसे पहले शहीद के समाधि स्थल पर पुष्पार्चन किया. मौके पर शहीद की धर्मपत्नी वीणा कुजूर, मुखिया ईश्वर खेस, कुरूमगढ़ के थाना प्रभारी, सलाहकार रोशन लकड़ा, पुरोहित अनूप कुमार बाड़ा, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष पोलिकार कुजूर, कलिस्ता बरवा, झामुमो नेता मो अनवर समेत हजारों लोगों ने भी शहीद के समाधि स्थल पर पुष्प चढ़ाये. अतिथियों ने 40 फुटबॉल टीमों को खेल सामग्री दी. खोड़हा दल को भी सम्मानित किया. इससे पहले अतिथियों के गांव पहुंचने पर उरू गांव की महिला मंडल समूह ने परंपरागत तरीके से स्वागत किया. रंजीत सिंह सरदार ने कहा है कि शहीद नायमन कुजूर देश के लिए जान दी. उन्हें युगोंयुग तक याद किया जायेगा. आज उरू गांव की पहचान शहीद नायमन कुजूर के नाम पर है. लंबे समय तक उरू गांव विकास से कोसों दूर था. परंतु इस क्षेत्र का विकास हो रहा है. सबसे बड़ी बात की गांव तक आने के लिए पक्की सड़क बन गयी है. गुमला विधायक भूषण तिर्की की पहल से सड़क का नामकरण शहीद के नाम पर किया गया है. साथ ही इस क्षेत्र की जो भी छोटी बड़ी समस्याएं हैं, उनको दूर किया जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है