Dhanbad News: हैबिटेशन मैपिंग को लेकर जिले के सभी बीइइओ, बीपीओ, सीआरपी, बीआरपी समेत अन्य के साथ मंगलवार को वीसी हुई है. इसमें हैबिटेशन मैपिंग के साथ ही जिम्मेदार शिक्षकों की सूची टैग करने को कहा गया. यह काम 26 सितंबर तक पूरा कर लेना है. इसके बाद शिशु पंजी का कार्य शुरू होगा. एडीपीओ आशीष कुमार ने बताया कि समग्र शिक्षा की वार्षिक कार्य योजना एवं बजट (2026-27) तैयार करने के लिए तीन से 18 आयु वर्ग के बच्चों की संख्या, स्कूलों में उनका नामांकन, ड्रॉप आउट तथा अनामांकित बच्चों की संख्या से संबंधित प्रतिवेदन केंद्र सरकार को उपलब्ध कराना है. विद्यालय स्तर पर शिशु पंजी सर्वे का काम स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा कराया जायेगा. इसमें प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के साथ ही सरकारी स्कूलों, गैर सरकारी सहायता प्राप्त, अल्पसंख्यक, सरकारी सहायता प्राप्त संस्कृत विद्यालयों व मदरसा शिक्षकों की जिम्मेदारी तय की गयी है.
स्कूल से टैग होंगे टोला व गांव :
वर्तमान वित्तीय वर्ष में शिशु पंजी अद्यतीकरण का काम प्रारंभिक, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक कक्षा वाले सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाएं करेंगे. जिले के सभी सरकारी स्कूलों को शिशु पंजी अद्यतीकरण के लिए विद्यालय को पास के सभी टोला या गांव से संबद्ध (टैग) किया जाएगा.
घर-घर का होगा सर्वे :
स्कूलों के प्रधानाध्यापक व संबंधित संकुल साधन सेवी (सीआरपी) अपने विद्यालय के सभी सरकारी व पारा शिक्षकों को गांव-टोला के घरों के साथ टैग करेंगे. इसमें घर-घर सर्वे करने की जिम्मेदारी टोला से टैग शिक्षक या शिक्षिका की होगी.
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