Jharkhand Village: झारखंड का एक गांव, जहां बुजुर्गों ने थाम ली है सुरक्षा की कमान, सम्मान से बढ़ा हौसला
Jharkhand Village: झारखंड के गिरिडीह जिले के पथलडीहा गांव के लोग रात में जंगली जानवरों के उत्पात और लगातार हो रही चोरी की घटनाओं से परेशान हो गए थे. तमाम प्रयास के बाद भी जब कहीं से कोई समाधान नहीं नजर आया तो गांव के लोगों ने बैठक की. आखिरकार चार बुजुर्गों ने सुरक्षा की कमान संभाल ली. वे रातभर लाठी-डंडा, भाला, टॉर्च और सीटी लेकर गांव में घूमते हैं. युवक भी इनसे प्रेरित होकर इनका साथ दे रहे हैं. एसपी के निर्देश पर इन बुजुर्गों को पुलिस मित्र की भूमिका के लिए सम्मानित किया गया. इससे इनका हौसला बढ़ा है. पढ़िए कुमार गौरव की रिपोर्ट.
चोरी और फसलों के नुकसान से परेशान थे ग्रामीण
गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड की औरा पंचायत के पथलडीहा गांव के चार बुजुर्गों ने पुलिस मित्र के रूप में मिसाल पेश की है. पिछले एक महीने से वे रात में गांव की सुरक्षा कर रहे हैं और वह भी नि:स्वार्थ भाव से. इनके सेवाभाव और हौसले की चारों तरफ प्रशंसा हो रही है. हाथियों का झुंड, जंगली सुअर समेत अन्य जानवर रात में गांव में घुसकर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे थे. टोले-मोहल्ले में छोटी-मोटी चोरी होने लगी थी. फसल बर्बाद और चोरी से ग्रामीण तंग आ गए थे.
सुरक्षा पर गांव के लोगों ने किया मंथन
थक-हारकर पथलडीहा गांव के लोगों ने बैठक की और मंथन किया कि गांव को कैसे सुरक्षित रखा जाए? आखिरकार बुजुर्गों ने आगे बढ़कर अपने कंधों पर सुरक्षा का जिम्मा लिया. चार बुजुर्गों ने कहा कि वे गांव की सुरक्षा करेंगे. अब गांव के लोग निश्चिंत होकर सो रहे हैं और बुजुर्ग रात में हाथों में लाठी-डंडा, भाला और टॉर्च लेकर निकल पड़ते हैं. वे साथ में सीटी भी रखते हैं, ताकि लोगों को अलर्ट किया जा सके.
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इन बुजुर्गों के हौसले को सलाम
जिन जांबाज बुजुर्गों ने गांव की सुरक्षा की कमान संभाली है, उनमें मोती महतो, किशुन महतो, भोला महतो और कुंजलाल महतो शामिल हैं. ये सभी किसान हैं. खेती-बाड़ी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं. मोती महतो कहते हैं कि गांव हमारा है तो इसे सुरक्षित रखना हम सबका दायित्व है. वे भाला, लाठी-डंडा लेकर रात 12 बजे से सुबह चार बजे तक गांव के टोले-मोहल्ले में घूमते हैं. अब गांव के लोग बेफिक्र होकर सोते हैं. फसलों की बर्बादी भी रुक गयी है.
बुजुर्गों से लोग हो रहे हैं प्रेरित-महेश महतो
पूर्व मुखिया महेश महतो ने कहा कि इन बुजुर्गों के जज्बे से प्रेरित होकर तीन अन्य लोगों ने भी गांव की रात्रि सुरक्षा का बीड़ा उठाया है. लोग इनसे प्रेरित हो रहे हैं. यह प्रयास काबिलेतारीफ है. इन्हें हर तरह से सहयोग और सम्मान दिया जाएगा.
बुजुर्गों को पुलिस ने किया सम्मानित
बगोदर थाना प्रभारी विनय कुमार यादव ने कहा कि चारों बुजुर्गों को पथलडीहा गांव में रात में पहरेदारी करते देखा. इस बाबत पूरी जानकारी ली. उनके द्वारा अपने गांव की सुरक्षा को लेकर किया जा रहा प्रयास काफी सराहनीय है. इनसे युवाओं को सीखने की जरूरत है. इन बुजुर्गों के जज्बे को देखते हुए गिरिडीह एसपी के दिशा-निर्देश पर पुलिस मित्र के तौर पर इन्हें सम्मानित किया गया है. टी शर्ट देकर इनका हौसला बढ़ाया गया है.
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