Bihar News: आरा में डीएम की अध्यक्षता में किसानों की मदद के लिए एक बैठक हुई. इसमें तय किया गया कि किसानों को नई खेती की तकनीक सीखने के लिए राज्य के बाहर और भीतर अलग-अलग रिसर्च इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग दिलाया जाएगा. साथ ही प्रगतिशील किसानों के खेतों में घूम कर अन्य किसानों को भी जानकारी दी जाएगी. महिला किसानों के लिए मशरूम पर ट्रेनिंग और उनके उत्पाद बेचने की व्यवस्था की जाएगी. रबी मौसम में किसान चौपाल व कार्यक्रम के जरिए तकनीकी जानकारी साझा करने पर भी जोर दिया गया. बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.
इन संस्थानों में भेजा जाएगा किसानों को
बैठक में तय हुआ कि किसानों को खेती की नई तकनीक सीखने के लिए राज्य के बाहर प्रसिद्ध संस्थानों में भेजा जाएगा. इनमें दलहन अनुसंधान केंद्र कानपुर, सब्जी अनुसंधान केंद्र वाराणसी, बीज अनुसंधान केंद्र मऊ, नरेन्द्र देव कृषि विश्वविद्यालय फैजाबाद, पशु चिकित्सा अनुसंधान केंद्र इज्जतनगर, और औषधीय पौधों का केंद्र लखनऊ शामिल हैं. साथ ही, बिहार के भीतर भी प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी. पटना का पशु चिकित्सा कॉलेज, सबौर का कृषि विश्वविद्यालय, आईसीएआर पटना और अन्य संस्थानों में किसानों को जानकारी दी जाएगी.
इन विभागों की दी जाएगी जानकारी
डीएम ने कहा कि जो किसान नई तकनीक अपनाकर अच्छा काम कर रहे हैं, उनके खेतों का भ्रमण कराया जाएगा ताकि अन्य किसान उनसे सीख सकें. इसके लिए संबंधित विभागों जैसे पशुपालन, मछली पालन, कृषि विज्ञान केंद्र, उद्योग विभाग आदि को जिम्मेदारी दी गई.
महिलाओं को मिलेगी खास ट्रेनिंग
सभी प्रखंडों में किसानों के कार्यक्रम आयोजित कर खेती से जुड़ी जानकारी साझा की जाएगी. रबी फसल के समय किसान चौपाल भी आयोजित होगा. महिलाओं को भी आगे बढ़ाने के लिए मशरूम पर खास ट्रेनिंग दी जायेगी. साथ ही, महिलाओं के समूहों के जरिए मशरूम और अन्य उत्पाद बेचने की व्यवस्था की जाएगी. बैठक में उपाध्यक्ष डीडीसी, ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, पशुपालन व मत्स्य विभाग के अधिकारी, बैंक प्रबंधक और अन्य लोग शामिल हुए.