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Supaul Legislative Assembly Election Express Chaupal: सुपौल विधानसभा सीट को प्रदेश के सबसे हॉट सीटों में गिना जाता है. प्रभात खबर इलेक्शन एक्सप्रेस की टीम जब सोमवार को जिले के सुपौल विधानसभा क्षेत्र पहुंची, तो माहौल पूरी तरह चुनावी रंग में डूबा नजर आया. गांधी मैदान के दुर्गा मंदिर परिसर में सोमवार को प्रभात खबर इलेक्शन एक्सप्रेस की टीम की ओर से चौपाल का आयोजन किया गया.
व्यक्तिगत टिप्पणी पर छिड़ी बहस
चौपाल में विधानसभा क्षेत्र में विकास और खामियाें पर चर्चा होनी थी, लेकिन यह चर्चा व्यक्तिगत होने लगी. पंडाल में बैठे एक व्यक्ति ने मंचासीन एक नेता की व्यक्तिगत छवि पर सवाल उठाया, तो मंचासीन नेताजी एक व्यक्ति पर लांछन लगाने लगे. इतना होते ही पंडाल में गहमा-गहमी का माहौल बन गया. काफी समझाने-बुझाने के बाद मामले को शांत किया गया. इसके बाद लोगों के पूछे गये सवालों का नेताओं ने बारी-बारी से जवाब दिया.
लोगों ने कहा-जाति नहीं विकास पर होता है मतदान
चौपाल कार्यक्रम में सत्ता पक्ष के लोग सरकार के गुणगान करते दिखे, विपक्ष खामियां गिना रहा था. चर्चा में लोगों ने कहा कि आज यह सिर्फ एक बाजार नहीं, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यापार के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ता जिला बन चुका है. चर्चा के दौरान लोगों ने साफ कहा कि यहां की जनता ने हमेशा जाति-धर्म से ऊपर उठकर अपने प्रतिनिधि का चयन किया है. यही कारण है कि सुपौल के मतदाताओं ने अपने जनप्रतिनिधि को एक-दो बार नहीं, बल्कि लगातार आठ बार चुनकर विकास की राजनीति को तरजीह दी है. स्थानीय युवाओं ने रोजगार और शिक्षा की बेहतर सुविधाओं की मांग रखी, वहीं बुजुर्गों ने बताया कि उन्हें अब बेहतर सड़क और स्वास्थ्य सेवाओं की उम्मीद है. महिलाएं भी सुरक्षा और स्वावलंबन को लेकर अपनी आवाज बुलंद कर रही हैं.
क्या है क्षेत्र के अहम मुद्दे
- तटबंध के अंदर बसे लोगों की परेशानियों का हो स्थायी निदान
- सुपौल में स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाने के लिए हो एम्स निर्माण
- युवाओं के लिए स्थानीय स्तर पर रोजगार का मिले अवसर
- पलायन रोकने के लिए औद्योगिक क्षेत्र का हो विकास
- शहर में महिला कॉलेज का हो निर्माण
चौपाल में मौजूद रहे ये लोग
इसमें JDU के जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद यादव, राजद के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रो विजय कुमार यादव, कांग्रेस के संजीव कुमार यादव, भाजपा के सुरेंद्र नारायण पाठक और जनसुराज के अनिल कुमार सिंह शामिल हुए. कार्यक्रम में बुद्धिजीवियों, व्यापारियों, समाजसेवियों, शिक्षाविदों के साथ गांव-देहात से पहुंचे भारी संख्या में लोग मौजूद थे.
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चौराहे पर चर्चा में लोगों ने बताया 1990 का दौर
टीम ने पटेल चौक के RK पैलेस, स्टेशन चौक, महावीर चौक और परसरमा बाजार, तटबंध किनारे बसे लोगों से संवाद किया. इस दौरान लोगों ने अपने मुद्दे खुलकर रखे और जिले के बदलते स्वरूप की तस्वीर भी सामने आयी. स्थानीय लोगों ने बताया कि 1990 के दशक से पहले सुपौल महज एक हाट-बाजार के रूप में जाना जाता था. ग्रामीण इलाकों के लोग यहां खरीदारी करने आते थे और बाजार ही इस क्षेत्र की पहचान थी. हालांकि 1990 के बाद का दौर सुपौल के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ, देखते ही देखते इलाके का कायाकल्प हुआ और सुपौल ने एक विकसित जिले का रूप ले लिया.