Jairam Mahto in Karam Mahotsav Jamshedpur: चांद के पार चलिए, लेकिन संस्कृति के साथ चलिए, करम महोत्सव में बोले विधायक जयराम महतो
Jairam Mahto in Karam Mahotsav Jamshedpur: डुमरी के विधायक जयराम महतो ने कहा है कि निर्मल महतो का नाम न केवल एक व्यक्ति के रूप में, बल्कि आदर्श और संघर्ष की पहचान के रूप में इतिहास में दर्ज है. निर्मल महतो शहीद नहीं होते, तो हमारे अधिकारों की रक्षा के लिए झारखंड राज्य नहीं बनता. ये बातें विधायक जयराम महतो ने रविवार को जमशेदपुर के बिष्टुपुर गोपाल मैदान में कुड़मी सेना द्वारा आयोजित करम महोत्सव में बतौर विशिष्ट अतिथि कही.
Jairam Mahto: निर्मल महतो के बलिदान ने सिखाया देशभक्ति शब्दों तक सीमित न रहे
उन्होंने कहा कि निर्मल महतो का बलिदान हमें यह सिखाता है कि देशभक्ति केवल शब्दों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि उसके लिए अपने प्राणों की आहुति भी देनी पड़ती है. विधायक जयराम महतो ने कहा कि आप चांद के पार चलिए, लेकिन संस्कृति को साथ लेकर चलिए. प्रगति और आधुनिकता के साथ-साथ अपनी संस्कृति, परंपराएं और मूल्यों का संजोकर चलिए. संस्कृति हमारे अस्तित्व की नींव है, जो हमारे व्यक्तित्व और सामाजिक पहचान को मजबूती प्रदान करती है. हम अपने मूल्यों को न खोयें और समाज में न्याय और समानता के लिए हमेशा आवाज उठाते रहें.
कुड़माली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाये : विद्युत वरण महतो
मुख्य अतिथि सांसद विद्युत वरण महतो ने कुड़माली भाषा को भारत की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि कुड़मी भाषा हमारी सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक पहचान का अहम हिस्सा है, इसे राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलनी चाहिए. आठवीं अनुसूची में भाषा के शामिल होने से न केवल इसकी सुरक्षा होगी, बल्कि भाषा के विकास और प्रचार-प्रसार में भी मदद मिलेगी.
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कुड़माली भाषा पठन-पाठन में मदद करेगी कुड़मी सेना
कुड़मी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष शैलेंद्र महतो ने कहा कि संगठन अपने समाज के प्रति जवाबदेही को भली-भांति समझता है. इसलिए कुड़मी सेना ने फैसला लिया है कि नयी पीढ़ी को कुड़माली भाषा पठन-पाठन करने में मदद प्रदान करेगा. नयी युवा पीढ़ी अपनी भाषा, संस्कृति व समाज से विमुख हो रहे हैं. उनको समाज की जड़ से जुड़ने के लिए प्रेरित करेगा.
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कलाकारों ने झुमूर गीत-संगीत पर बिखेरी भाषा-संस्कृति की छटा
कुड़मी सेना राष्ट्रीय कमेटी की ओर से गोपाल मैदान में आयोजित करम महोत्सव में कोल्हान समेत झारखंड, बंगाल और ओडिशा के कलाकार झुमूर गीत-संगीत से समां बांधा. करम राजा के स्वागत में पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम की पीहू रानी महतो और रीना महतो ने अपनी टीम के साथ झुमूर गीत-संगीत प्रस्तुत किया.

करम महोत्सव में कुड़मी सेना राष्ट्रीय कमेटी के शैलेंद्र महतो और महासचिव अरविंद महतो के नेतृत्व में करम राजा की पारंपरिक रीति-रिवाज से पूजा अर्चना की गयी. वहीं, कुड़मी सेना की ओर से अतिथियों का स्वागत फलदार पौधा देकर स्वागत किया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में संगठन के प्रोबीर महतो, विजय महतो, सूरज महतो, अजय महतो, विष्णुदेव महतो, मनोज महतो, रमेश महतो, रोहित महतो, देव महतो व अन्य ने अहम योगदान दिया.
विद्युत वरण महतो और जयराम महतो कुड़मी रत्न से सम्मानित
करम महोत्सव में कुड़मी सेना संगठन की ओर से सांसद विद्युत वरण महतो और डुमरी विधायक जयराम महतो को कुड़मी रत्न से सम्मानित किया गया. कुड़मी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष शैलेंद्र महतो व महासचिव अरविंद महतो ने उन्हें मोमेंटो व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया.
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