Indian National Congress Dinner Party: राहुल गांधी ने विपक्षी एकता मजबूत करने के लिए दिल्ली स्थित आवास पर इंडिया अलायंस नेताओं के लिए डिनर का आयोजन किया. अखिलेश यादव की मौजूदगी से संकेत मिल रहा है कि 2027 यूपी चुनाव सपा-कांग्रेस मिलकर लड़ सकते हैं. बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा संभव है.
Indian National Congress Dinner Party: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी ने आज यानी 7 अगस्त को दिल्ली स्थित अपने सरकारी आवास 5, सुनहरी बाग पर इंडिया अलायंस के प्रमुख नेताओं के लिए डिनर का आयोजन किया है. इस आयोजन को विपक्षी एकता को मजबूत करने की दिशा में एक अहम पहल के तौर पर देखा जा रहा है. राहुल गांधी इस मौके पर विपक्षी दलों के बीच संवाद को गहरा कर भविष्य की साझा रणनीति को मजबूती देना चाहते हैं. खासकर, लोकसभा चुनाव 2024 के बाद इंडिया अलायंस के भीतर आई सुस्ती को दूर करने की यह एक कोशिश मानी जा रही है.
किन मुद्दों पर हो सकती है आज चर्चा?
इस डिनर मीटिंग में विपक्षी दलों के बीच कई बड़े राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर चर्चा की संभावना है। सूत्रों के अनुसार, संसद में उठे ‘स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR)’ के मुद्दे पर साझा रणनीति बनाई जा सकती है. इसके अलावा, आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी उम्मीदवार पर सहमति बनाने की कोशिश हो सकती है. अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ जैसे अंतरराष्ट्रीय व्यापार से जुड़े मसलों पर भी विचार-विमर्श की संभावना है. इन विषयों पर समन्वय बनाकर विपक्ष सरकार को सदन के भीतर और बाहर दोनों मोर्चों पर घेरने की योजना बना सकता है.
कौन-कौन नेता हुए आमंत्रित?
इस अहम डिनर में राहुल गांधी ने कई विपक्षी दलों के शीर्ष नेताओं को आमंत्रित किया है. इनमें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रमुख हैं, जिनकी उपस्थिति यूपी की राजनीति में आने वाले बदलावों की ओर संकेत कर रही है। इनके अलावा आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, शिवसेना (उद्धव गुट) प्रमुख उद्धव ठाकरे, टीएमसी के अभिषेक बनर्जी, सीपीआई के डी. राजा, सीपीआईएमएल के दीपांकर भट्टाचार्य, सीपीआईएम के एमए बेबी, डीएमके की कनिमोझी, जेएमएम की महुआ माझी, केरल कांग्रेस के जोस के मानी, आईयूएमएल के पीके कुंजालिकुट्टी और आरएसपी के एमके प्रेमचंद्रन को भी न्योता दिया गया है. इन नेताओं की उपस्थिति से इस बैठक को एकजुट विपक्ष का प्रदर्शन माना जा रहा है.
अखिलेश यादव की मौजूदगी के सियासी मायने
अखिलेश यादव का इस डिनर में शामिल होना उत्तर प्रदेश की राजनीति के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है. 2027 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर विपक्षी तैयारियों की पृष्ठभूमि में यह मुलाकात एक बड़ा संकेत है. माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव इंडिया अलायंस के बैनर तले लड़ेगी, जिसमें कांग्रेस समेत अन्य दल उसका साथ देंगे. 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा-कांग्रेस ने मिलकर यूपी में भाजपा को कड़ी चुनौती दी थी और अगर यही गठबंधन विधानसभा चुनाव में भी दोहराया गया तो भाजपा को सत्ता बचाना आसान नहीं रहेगा.
क्या यूपी चुनाव की रणनीति का आगाज़ है यह मीटिंग?
इस डिनर को सिर्फ एक औपचारिक मुलाकात न मानते हुए राजनीतिक विश्लेषक इसे भविष्य की रणनीति की शुरुआत मान रहे हैं. अखिलेश यादव की सक्रिय भागीदारी बताती है कि समाजवादी पार्टी अब एक बार फिर कांग्रेस के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश में भाजपा के खिलाफ व्यापक गठबंधन की दिशा में आगे बढ़ रही है. राहुल गांधी का यह आयोजन विपक्ष के लिए न केवल एकजुटता का प्रदर्शन है, बल्कि आने वाले वर्षों की चुनावी राजनीति की नई तस्वीर भी पेश करता है.