मुजफ्फरपुर: जिले में प्रस्तावित पताही हवाई अड्डा निर्माण को लेकर कार्य अब रफ्तार पकड़ने लगा है. बुधवार को सर्वेक्षण के दूसरे दिन तीन सदस्यीय तकनीकी टीम ने दिनभर स्थल पर रहकर सर्वे का कार्य किया. इस दौरान हवाई अड्डा परिसर में एयरोड्राम रेफरेंस पॉइंट बनाया गया. सेटेलाइट और ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) की मदद से पूरे ग्राउंड की लोकेशन तय की गई और रनवे की स्थिति को चिन्हित किया गया.

एयरपोर्ट के मैपिंग का काम शुरू
एसोसिएट कंसल्टेंट टीम के लीडर आरआर शर्मा ने बताया कि अब मैपिंग का काम शुरू कर दिया गया है. जीपीएस टेक्नोलॉजी से 15 किलोमीटर के दायरे में मौजूद हर निर्माण जैसे भवन, पोल, तार आदि की स्थिति मैप पर स्पष्ट रूप से उभर कर आएगी, जिससे भविष्य की योजना तैयार करने में आसानी होगी. टीम में वरिष्ठ विश्लेषक नीरज सिंह, रवींद्र सिंह, भवन निर्माण विभाग के इंजीनियर सुनील कुमार, सीआई उदय कुमार और कर्मचारी सन्नी कुमार शामिल थे.
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40 साल का सपना अब होगा पूरा
बुधवार सुबह करीब 8 बजे टीम हवाई अड्डा परिसर पहुंची और स्थल का बारीकी से निरीक्षण करने के बाद दोपहर तक रेफरेंस प्वाइंट निर्माण से जीपीएस कार्य शुरू कराया. हवाई अड्डा निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. ग्रामीणों ने इसे ऐतिहासिक कदम बताया है. उनका कहना है कि यह परियोजना इलाके के विकास की नई राह खोलेगी और 40 वर्षों से संजोया सपना अब साकार होने के करीब है.
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