Bihar News: बाल श्रमिक आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह मंगलवार को औरंगाबाद पहुंचे, जहां उन्होंने जिला प्रशासन और श्रम विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि राज्य सरकार बाल श्रम को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता और कड़ी कार्रवाई की जा रही है.
उन्होंने बताया कि 19 जुलाई को पटना के ज्ञान भवन में एक भव्य नियोजन मेला आयोजित किया जाएगा, जिसमें देशभर की नामी कंपनियां भाग लेंगी और 6000 युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने इसे बिहार के युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर बताया.
बाल श्रम पर जताई चिंता, जागरूकता को बताया जरूरी
उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने कहा कि बाल मजदूरी कराना कानूनन अपराध है और इसके खिलाफ हर जिले में थाना पुलिस व श्रम विभाग की संयुक्त कार्रवाई चल रही है. लेकिन, उन्होंने यह भी माना कि केवल कार्रवाई से ही यह समस्या खत्म नहीं होगी, इसके लिए जागरूकता और समाज की भागीदारी जरूरी है.
उन्होंने अफसोस जताया कि ईंट भट्ठों और अन्य कार्यस्थलों पर आज भी गरीब मजदूरों के बच्चे शिक्षा से दूर हैं. जबकि सरकार उन्हें फ्री अनाज, घर, बिजली, पानी, पोशाक, साइकिल, दवाएं और भोजन जैसी सुविधाएं दे रही है ताकि बच्चे पढ़ाई पर ध्यान दें.
उन्होंने अभिभावकों से अपील की:
“बच्चों को मजदूरी के बजाय स्कूल भेजें. वे देश का भविष्य हैं, उन्हें किताबें उठानी चाहिए न कि ईंटें.”
योजनाओं के प्रचार में जुटें कार्यकर्ता
अरविंद सिंह ने कहा कि सरकार की मंशा है कि हर बच्चा स्कूल जाए और हर युवा को कौशल विकास के जरिए रोजगार मिले. इसके लिए स्कूलों में मध्याह्न भोजन योजना, स्किल डेवलपमेंट प्रशिक्षण और अन्य योजनाएं सक्रिय हैं. उन्होंने कहा कि सरकार गरीब तबके के लिए समर्पित है और यही वजह है कि शिक्षा और रोजगार को प्राथमिकता दी जा रही है. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से भी कहा कि वे केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएं, ताकि अधिक से अधिक लोग इनका लाभ ले सकें.
2025 विधानसभा चुनाव को लेकर दिया बड़ा बयान
राजनीतिक मोर्चे पर भी अरविंद सिंह ने बयान देते हुए दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन 225 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करेगा और नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि महागठबंधन की सरकारों का अतीत जनता देख चुकी है, अब बिहार विकास चाहता है, बहकावे में नहीं आएगा.
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