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24 घंटे, 4 जिले, 9 हत्याएं, 1 एनकाउंटर… क्राइम से दहला बिहार


Bihar Crime : पटना. बिहार में पिछले 24 घंटे के भीतर चार घटनाओं में कम से कम नौ लोगों की हत्या कर दी गई, जबकि कारोबारी गोपाल खेमका हत्याकांड में छापेमारी के दौरान हुए एनकाउंटर में एक अपराधी के मारे जाने की सूचना है. पुलिस ने खुद यह जानकारी दी है. पुलिस के अनुसार पिछले 24 घंटे में हुई ये हत्याएं पूर्णिया, नालंदा, मुजफ्फरपुर और पटना जिले में हुई हैं. पूर्णिया जिले में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या कर उनके शवों को आग लगा दी गयी है. नालंदा जिले में आपस में पड़ोसी दो परिवारों के बच्चों के बीच विवाद के बाद हिंसा में एक किशोर और एक लड़की की की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वहीं मुजफ्फरपुर में एक कनीय अभियंता की उसके परिवार के सामने कथित तौर पर चाकू गोदकर हत्या कर दी गई. पटना में 50 वर्षीय कारोबारी को गोली मार दी गई.

पूर्णिया में पांच लोगों की हत्या

पुलिस के अनुसार प्राथमिक जांच से पता चला है कि पूर्णिया के टेटमा गांव में एक परिवार के पांच सदस्यों की हत्या की गई है. पुलिस ने बताया कि हत्या के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है. पुलिस मृतक की पहचान का पता लगाने की कोशिश कर रही है. नालंदा की घटना को लेकर पुलिस ने बताया कि डुमरावां गांव में घरेलू विवाद को लेकर दो परिवारों के सदस्यों ने एक-दूसरे पर गोलीबारी कर दी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई. नालंदा के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) राम दुलार प्रसाद ने बताया कि मृतकों की पहचान अन्नू कुमारी और हिमांशु कुमार के रूप में हुई है.

मुजफ्फरपुर और पटना में भी हुई घटना

पुलिस ने बताया कि मुजफ्फरपुर जिले के माड़ीपुर में सोमवार तड़के कनीय अभियंता मो. मुमताज की उनके घर में चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई. पटना के खगौल इलाके में कारोबारी अजीत कुमार की रविवार की देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस अधीक्षक सिटी (पश्चिम) भानु प्रताप सिंह ने कहा, “मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है.” इस तरह 24 घंटे में 9 हत्याएं हो चुकी हैं.

पटना में पुलिस एनकाउंटर

एक के बाद एक हो रहे अपराध के बीच बिहार पुलिस ने भी अपने तेवर कड़े कर लिये हैं. गोपाल खेमका हत्याकांड में पुलिस ने एक आरोपी का एनकाउंटर किया है. आरोपी राजा ने शूटर उमेश को हथियार उपलब्ध कराए थे. हत्याकांड की जांच के दौरान एसआईटी और एसटीएफ रेड करने गई थी. पुलिस को देखते ही राजा ने फायरिंग की जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से वह मारा गया.

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