Bareilly News: बरेली जिले के फरीदपुर थाना क्षेत्र के गौसगंज गांव में मोहर्रम के मौके पर रविवार को बड़ा हादसा होते-होते बच गया. यहां पर ताजिया जुलूस के दौरान अचानक एक ताजिया हाईटेंशन बिजली लाइन से टकरा गया, जिससे उसमें आग लग गई. ताजिया जुलूस में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, लेकिन सौभाग्य से कोई हताहत नहीं हुआ. बिजली की चिंगारी के साथ ही ताजिये में आग की लपटें उठने लगीं, जिससे अफरातफरी फैल गई.
मानक से दोगुनी ऊंचाई बना हादसे की वजह
घटना के बाद जब ताजिये की ऊंचाई की जांच की गई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि ताजिया 23 फुट ऊंचा था, जबकि शासन द्वारा निर्धारित अधिकतम ऊंचाई 12 फुट की ही अनुमति है. इस गंभीर लापरवाही के पीछे जिम्मेदार दरोगा अशोक कुमार ने रिपोर्ट में ताजिये को नियमानुसार बताते हुए जुलूस निकालने की अनुमति दी थी. यह सीधे तौर पर गाइडलाइन की अवहेलना और प्रशासन की लापरवाही का मामला बन गया.
वीडियो आया सामने, दिखी लपटें और भगदड़
इस भयावह दृश्य का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि जैसे ही ताजिया बिजली लाइन से छूता है, उसमें तेज लपटें उठने लगती हैं. वीडियो में कुछ युवक जान जोखिम में डालकर ताजिये पर चढ़कर आग बुझाने का प्रयास करते दिख रहे हैं. वहीं दूसरी ओर भीड़ में अफरातफरी मच जाती है और लोग जान बचाकर भागते नजर आते हैं. हालांकि, समय रहते आग पर काबू पा लिया गया और बड़ा नुकसान होने से टल गया.
दरोगा सस्पेंड, एसएसपी ने दिए जांच के आदेश
घटना की सूचना मिलते ही एसपी दक्षिणी मौके पर पहुंचे और तुरंत ताजिये की ऊंचाई की पड़ताल की. जब दरोगा की रिपोर्ट देखी गई तो उसमें झूठे तथ्यों के आधार पर जुलूस की अनुमति दी गई थी. इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए एसएसपी अनुराग आर्य ने दरोगा अशोक कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. साथ ही, मामले की विस्तृत जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं ताकि जिम्मेदारियों की स्पष्टता हो सके.
आग बुझाकर कर्बला ले जाया गया ताजिया
जब किसी तरह आग पर काबू पाया गया, तो जले हुए हिस्से को हटाकर ताजिये को पूरी रीति-रिवाज से कर्बला ले जाया गया. वहां समुदाय के लोगों ने परंपरा अनुसार ताजिये को दफनाया. इस घटना के बाद प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए नई दिशा-निर्देश तैयार किए जा रहे हैं.