फोटो : 9 चांद 3 : आम तोड़ते जानकारी देता किसान. बारियातू. बारियातू में इन दिनों फलों का राजा आम बाजार की रौनक है. आम के प्रेमी जमकर इसका लुत्फ उठा रहे हैं, जिससे बाजारों में इसकी मांग बढ़ गयी है. दुकानदारों ने मालदा, आम्रपाली, दशहरी, हिमसागर और लंगड़ा जैसी विभिन्न किस्मों के आम के स्टॉल सजा रखे हैं. लोकल मालदा आम की बढ़ती लोकप्रियता प्रखंड मुख्यालय समेत डाढ़ा, फुलसू, बालुभांग, गोनिया, शिबला, टोंटी, साल्वे और अमरवाडीह पंचायत के ग्रामीण लोकल किसानों द्वारा उगाये गये मालदा आम को अधिक पसंद कर रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि लोकल मालदा आम अधिक मिठास और बेहतरीन स्वाद वाला होता है. जयकाली नाथ शाहदेव, मो. अब्दुल्ला, राजेश प्रसाद, भुनेश्वर यादव और राकेश सिंह ने बताया कि बाहर से आये आम की चमक भले ही ज्यादा हो, लेकिन लोकल आम अधिक रसदार और स्वादिष्ट है. रेट गिरने से किसानों की चिंता हालांकि लोकल आमों का स्वाद लोगों को भा रहा है, लेकिन इसकी खेती में मेहनत करने वाले किसानों की हालत चिंताजनक है. इटके के मो. शाहिद, बारियातू के प्रमोद उरांव और गोनिया के बालेश्वर उरांव ने बताया कि इस साल मालदा आम का थोक रेट 30-35 रुपये प्रति किलोग्राम है, जो पिछले साल की तुलना में काफी कम है. किसान मो. शाहिद ने कहा, कि हमने उम्मीद से बागवानी की थी, आम की फसल अच्छी हुई है, लेकिन रेट गिरने से हमारी परेशानी बढ़ गयी है. आम की कीमतों में गिरावट से आर्थिक संकट खड़ा होने की संभावना है.
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