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हत्या आरोपित के घर पुलिस ने की कुर्की-जब्ती की कार्रवाई


खगड़िया. अलौली प्रखंड के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के शुम्भा पंचायत में केहूना निवासी रंजन पासवान की पुत्री खुशी कुमारी की हत्या कर दी गयी थी. हत्या मामले के आरोपितों के घर पुलिस ने रविवार को कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की है. खुशी की हत्यारोपित केहूना निवासी स्व सुखदेव पासवान के पुत्र पूर्व मुखिया रंजीत पासवान उर्फ कामदेव पासवान, रंजीत पासवान उर्फ कामदेव पासवान के पुत्र प्रेम कुमार, लालो पासवान के पुत्र रणवीर पासवान के विरुद्ध न्यायालय द्वारा जारी कुर्की आदेश का अनुपालन किया गया. बहादुरपुर थाना पुलिस एवं प्रशासनिक टीम द्वारा आरोपित के निवास स्थान पर कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की गयी. आरोपित पर वर्ष 2024 के मार्च में अलौली थाना कांड संख्या 105/24 में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 सहित अन्य गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. आरोपित लंबे समय से फरार चल रहा था. बार-बार समन तथा वारंट जारी होने के बावजूद अदालत में उपस्थित नहीं हो रहा था. न्यायालय के आदेश पर कार्रवाई करते हुए बहादुरपुर थानाध्यक्ष राजीव कुमार दल-बल के साथ आरोपित के घर की संपत्ति को कुर्क किया. कुर्क की गई संपत्ति में पल्सर मोटरसाइकिल, बर्तन, खिड़की, किवाड़, चौकी, एलबेस्टर, बाल्टी, चदरा का कोठी सहित अन्य कई सामानों को जब्त किया गया है. बताया जाता है कि वर्ष 2024 में 18 मार्च को अलौली प्रखंड के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के शुम्भा पंचायत के केहुना गांव के समीप मुसमारा धार के किनारे से युवती का सिर व पैर कटा शव पुलिस ने बरामद किया था. सिर कटी शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी थी. घटना की जानकारी मिलते ही अलौली डीएसपी, बहादुरपुर थाना पुलिस, अलौली इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष, सदर इंस्पेक्टर मौके पर पहुंच कर मामले की जांच की थी. शव की पहचान शुंभा पंचायत के केहुना गांव वार्ड संख्या 01 निवासी रंजन पासवान के 17 वर्षीय पुत्री खुशी कुमारी के रूप में हुई थी. इस कांड में कुल 05 लोगों आरोपित बनाया गया था. जिसमें से एक आरोपित सतीश मुखिया के पुत्र नीरज मुखिया को दरभंगा जिले के तिलकेश्वर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था. मुख्य आरोपित कामदेव पासवान उर्फ रंजीत पासवान के पुत्र देवव्रत पासवान ने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था. इस पूरे मामले में मृतिका के भाई निर्दोष कुमार ने बताया कि उसे अब तक कोई न्याय नहीं मिला है. अब तक तीन आरोपित पुलिस के गिरफ्त से बाहर है. सपरिवार घर छोड़ कर बाहर डर के साए में जी रहे हैं. क्योंकि आरोपित द्वारा बार-बार मेल-मिलाप करने के लिए धमकी दिया जा रहा है. बहादुरपुर थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि फरार आरोपितों के विरुद्ध आगे भी ऐसी सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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