Bihar News: पूर्णिया पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. भट्ठा बाजार टीओपी पुलिस ने एक अंतरजिला शराब तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें एक वांटेड महिला तस्कर, एक प्रेमी जोड़ा और चार अन्य तस्कर शामिल हैं. पुलिस ने मौके से 258.80 लीटर विदेशी शराब भी जब्त की है, जिसे लग्जरी बस से तस्करी कर लाया जा रहा था.
गिरफ्तार महिला तस्कर की पहचान मानसी थाना क्षेत्र के चकहुसैनी वार्ड-8 निवासी दुर्गा देवी उर्फ द्रोपदी देवी उर्फ लक्ष्मी देवी के रूप में हुई है. दुर्गा देवी गिरोह की सरगना बताई जा रही है और पहले भी शराब तस्करी के मामलों में पांच बार जेल जा चुकी है. वह हर बार अलग-अलग नाम और पहचान के सहारे पुलिस को गुमराह करती थी.
किशनगंज के रहने वाले हैं प्रेमी जोड़े
गिरफ्तार प्रेमी जोड़ा किशनगंज के रहने वाले हैं. युवक की पहचान दिगलबैंक निवासी मो. सरफराज और युवती की पहचान सावनी प्रवीण के रूप में हुई है. प्रारंभ में दोनों ने खुद को मौसेरे भाई-बहन बताया, लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद दोनों ने अपने प्रेम संबंध और तस्करी में साझेदारी की बात स्वीकार की. पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि दोनों शराब की तस्करी से अच्छी-खासी संपत्ति बना चुके हैं और अक्सर साथ में ट्रिप पर भी जाते थे.
गिरोह के अन्य सदस्यों में बेगूसराय निवासी सुजीत सिंह, बस कंडक्टर गोपाल चौधरी, खलासी चन्द्रकांत कुमार उर्फ राजा और चालक राकेश कुमार रॉकी शामिल हैं. ये सभी बस स्टाफ की मिलीभगत से शराब की तस्करी को अंजाम देते थे.
लग्जरी बस से बंगाल से लाते थे शराब
गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए भट्ठा बाजार टीओपी प्रभारी राहुल कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया. टीम ने पूर्णिया बस स्टैंड पर नजर रखनी शुरू की. इसी बीच दालकोला (पश्चिम बंगाल) से आ रही ‘जय जगदंबे’ नामक लग्जरी बस को चिन्हित कर उसकी घेराबंदी की गई और तलाशी के दौरान शराब से भरे 8 कार्टन, 2 झोले और एक बैग बरामद किए गए.
पुलिस कर रही नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश
पुलिस के मुताबिक यह गिरोह पश्चिम बंगाल से शराब लाकर लग्जरी बसों में छिपाकर बिहार के विभिन्न जिलों में पहुंचाता था. वहां से यह शराब स्थानीय ग्राहकों को बेची जाती थी. एसपी कार्तिकेय शर्मा के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई और आगे भी तस्करी के इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है. पुलिस ने कहा है कि गिरफ्तार सभी आरोपियों से पूछताछ कर नेटवर्क की पूरी जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि इस गोरखधंधे की जड़ तक पहुंचा जा सके.
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