Saranda Jungle: जमशेदपुर-झारखंड सरकार ने सारंडा वन क्षेत्र को वाइल्डलाइफ सेंक्चुरी और कंजर्वेशन रिजर्व घोषित करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. वन विभाग ने इसको लेकर मसौदा तैयार कर लिया है. इसे 15 मई को होने वाली कैबिनेट बैठक में मंजूरी के लिए रखा जाएगा. सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दायर शपथ पत्र में बताया कि सारंडा क्षेत्र के 57,519.41 हेक्टेयर को वन्य जीव अभयारण्य (वाइल्ड लाइफ सेंचुरी) और 13.06 किलोमीटर को ससांगदाबुरु संरक्षण रिजर्व घोषित किया जाएगा.
वन सचिव ने सौंपा है विस्तारित प्रस्ताव
पूर्व प्रस्ताव के अनुसार केवल 31,468.25 हेक्टेयर को ही अभयारण्य घोषित किया जाना था, लेकिन अब इसके दायरे में माइनिंग क्षेत्र को भी शामिल किया गया है. वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के सचिव अबु बकर सिद्दिकी ने कोर्ट से माफी मांगते हुए विस्तारित प्रस्ताव सौंपा है.
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सुप्रीम कोर्ट ने दिया ये आदेश
यह प्रस्ताव वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, देहरादून को भेजा गया है. वहां से सहमति मिलने के बाद अधिसूचना जारी की जाएगी. सुप्रीम कोर्ट ने इस पर दो महीने के भीतर प्रक्रिया पूरी करने का आदेश दिया है और अगली सुनवाई की तिथि 23 जुलाई 2025 तय की है.
सारंडा बनेगा झारखंड का दसवां अभयारण्य
सारंडा वन क्षेत्र के सात ब्लॉकों-अंकुआ, घाटकुड़ी, कुदलीबाद, करमपदा, सामठा, तिरिलपोसी और थलकोबाद को शामिल किया गया है. वहीं ससांगदाबुरु रिजर्व में 13,603.80 हेक्टेयर क्षेत्र जोड़ा गया है. झारखंड में पहले से 9 वन्य जीव अभयारण्य हैं, जिनमें दलमा, पलामू, हजारीबाग, कोडरमा प्रमुख हैं. सारंडा झारखंड का दसवां अभयारण्य बनने की ओर अग्रसर है.
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