UP News: छात्राएं 7 मई को वाराणसी से अहमदाबाद के लिए रवाना होंगी. छात्राओं की इस उपलब्धि से विद्यालय सहित पूरे क्षेत्र में हर्ष का माहौल है. स्कूल प्रबंधन ने तीनों प्रतिभाशाली छात्राओं को सम्मानित करते हुए उन्हें यात्रा हेतु आवश्यक सामग्री प्रदान की.
UP News: उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के फतेहपुर मंडाव ब्लॉक स्थित इंग्लिश मीडियम जूनियर हाई स्कूल मधुबन की तीन छात्राओं का चयन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र, अहमदाबाद के शैक्षिक भ्रमण के लिए हुआ है. इन छात्राओं में नीलम, नेहा और जीनत का नाम शामिल हैं. ये छात्राएं 7 मई को वाराणसी से अहमदाबाद के लिए रवाना होंगी. छात्राओं की इस उपलब्धि से विद्यालय सहित पूरे क्षेत्र में हर्ष का माहौल है. स्कूल प्रबंधन ने तीनों प्रतिभाशाली छात्राओं को सम्मानित करते हुए उन्हें यात्रा हेतु आवश्यक सामग्री प्रदान की. बालिकाओं की इस उपलब्धि को शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक कदम के रूप में देखा जा रहा है.
परख परीक्षा के तहत हुआ चयन
मुख्य विकास अधिकारी (CDO) प्रशांत नागर के मार्गदर्शन में दिसंबर 2024 में ‘परख परीक्षा’ का आयोजन किया गया था, जिसमें जिले भर के विभिन्न विद्यालयों से कुल 34 छात्र-छात्राओं का चयन हुआ था. इस दौरान फतेहपुर मंडाव ब्लॉक स्थित इंग्लिश मीडियम जूनियर हाई स्कूल मधुबन की चार छात्राएं नेहा, नीलम, अंजली और जीनत भी इस परीक्षा में सफल रहीं. इसके बाद 7 अप्रैल 2025 को मऊ स्थित विकास भवन सभागार में फाइनल चयन के लिए इंटरव्यू आयोजित हुआ. इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ), बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) सहित सात सदस्यीय विशेषज्ञ पैनल ने चयनित सभी छात्रों से विस्तृत इंटरव्यू लिया. अंतिम रूप से 13 छात्रों को ISRO अहमदाबाद शैक्षिक भ्रमण के लिए चुना गया, जिनमें नीलम, नेहा और जीनत का नाम भी शामिल है.
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सीखेंगी नेविगेशन जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी
ISRO के अहमदाबाद स्थित स्पेस एप्लीकेशन्स सेंटर (SAC) में छात्रों के लिए दो दिवसीय शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम निर्धारित किया गया है. इस दौरान विद्यार्थियों को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, उपग्रह संचार, मौसम विज्ञान और नेविगेशन जैसी अहम विषयों की जानकारी दी जाएगी. विद्यालय के गणित शिक्षक राज बहादुर सिंह ने बताया कि SAC, इसरो के प्रमुख अनुसंधान केंद्रों में गिना जाता है, जहां उपग्रहों के माध्यम से संचार, मौसम पूर्वानुमान और पृथ्वी की निगरानी जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए तकनीकी उपकरणों का विकास किया जाता है.
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