बिहार में बेटे के श्राद्ध-कर्म के बीच में ही पिता की मौत, इकलौते पुत्र को मुखाग्नि देकर नहीं सह सके सदमा
Bihar News: बिहार में 7 दिन पहले अपने इकलौते बेटे की सड़क दुर्घटना में मौत हो जाने के बाद उसके सदमे में रविवार की सुबह पिता की भी मौत हो गई. उक्त घटना कैमूर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के इमलिया गांव की है. इमलिया गांव के रहने वाले बीएमपी जवान अनिल सिंह के इकलौते पुत्र आर्यन उर्फ गोलू की 21 अप्रैल को मोहनिया रामगढ़ रोड पर सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. अब एक सप्ताह बाद पिता ने भी दम तोड़ दिया. अपने बेटे की मौत का सदमा वो नहीं सह सके.
बेटे को मुखाग्नि दी, श्राद्ध पूरा होने से पहले खुद भी तोड़ दिया दम
मुजफ्फरपुर में बीएमपी जवान के रूप में कार्य कर रहे मृतक के पिता अनिल सिंह बेटे की मौत की सूचना मिलने पर अपने गांव आए हुए थे. उन्हीं के द्वारा अपने इकलौते पुत्र आर्यन को मुखाग्नि दिया गया था. अभी आर्यन का श्राद्ध-कर्म भी पूरा नहीं हुआ था. इसी बीच शनिवार की रात अनिल सिंह की अचानक तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद उनके परिजनों द्वारा रामगढ़ में प्राथमिक उपचार कराया गया. इसके बाद भभुआ छावनी मोहल्ला में स्थित उनके सगे भाई वकील वीरेंद्र कुमार सिंह के घर पर लाया गया.
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बाथरूम में गिरे हुए मिले, अस्पताल पहुंचाया पर टूट चुकी थी सांस
रविवार की सुबह जब बीएमपी जवान शौच के लिए बाथरुम गए तो काफी समय बाद भी वह बाथरूम से बाहर नहीं आए. जिसके बाद परिवार वालों को आशंका हुई और उनके द्वारा दरवाजा को जबरन खोलकर जब देखा गया तो वह बाथरूम में गिरे हुए थे. इसके बाद उन्हें आनन-फानन में तत्काल सदर अस्पताल भभुआ लाया गया. जहां चिकित्सकों के द्वारा उन्हें मृत बता दिया गया.
परीक्षा देकर लौट के दौरान बेटे की हुई थी मौत
सात दिन पहले 21 अप्रैल को अनिल सिंह का बेटा गोलू उर्फ आर्यन मोहनिया से परीक्षा देकर अपने गांव रामगढ़ की इमलिया लौट रहा था. इसी क्रम में मोहनिया रामगढ़ के बीच चौरसिया के पास बरेथा मोड़ के करीब ट्रैक्टर की चपेट में आ जाने के कारण गोलू उर्फ आर्यन गंभीर रूप से जख्मी हो गया था. जिसे तत्काल मोहनिया लाया गया. हालत गंभीर देखते हुए उसे बनारस रेफर कर दिया गया. जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी.